नेपाल ने स्वास्थ्य सूचक में उल्लेखनीय सफलता हासिल की हैः मन्त्री यादव
काठमांडू, २५ अक्टूबर । उप–प्रधान एवं स्वास्थ्य तथा जनसंख्यामन्त्री उपेन्द्र यादव ने काजखस्तान स्थित अस्ताना में आयोजित दो दिनों की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा संबंधी विश्व सम्मेलन को सम्बोधन किया है । बिहीबार से शुरु उक्त सम्मेलन में सहभागी होते हुए मन्त्री यादव ने अपनी ओर से सम्मेलन को सम्बोधन करते हुए कहा कि विभिन्न बाधा, कठिनाई, राजनैतिक अस्थिरता आदि के बाबजुद भी ४० साल पहले ‘अल्मा एटा’ घोषणा में शुरुआत रणनीति तथा अवधारणा आज भी कार्यन्वयन हो रहा है ।
उन्होंने कहा कि विश्व प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा अभियान के कारण ही नेपाल ने स्वास्थ्य सूचक में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है । मन्त्री यादव ने नेपाल के संबंध में चर्चा करते हुए आगे कहा– ‘देशभर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा को सुदृढीकरण करते हुए व्यापक स्वास्थ्य सेवा की एकीकृत अवधारणा अन्तर्गत गर्भावस्था की सुरक्षा, प्रसुती केयर, सुरक्षित गर्भपतन, दक्ष प्रसूतिकर्मियों की ओर से प्रसुती कराना, स्वास्थ्य संस्था में ही प्रसुती कराना आदि कारणों से आज मातृ मृत्युदर में काफी कमी आई है ।’ उन्होंने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा सन् २०३० को लक्षित करते हुए जारी विकास लक्ष्य प्राप्ति के लिए सामूहिक उतरदायित्व बहन करते हुए विभिन्न राष्ट्रों की दीर्घकालीन विकास लक्ष्य को प्राप्ति करने के लिए लक्ष्य १, २, ६, १६ और १७ हासिल करना भी जरुरी है ।
स्वास्थ्यमन्त्री यादव ने कहा कि आधारभूत स्वास्थ्य सेवा को सुनिश्चित करने के लिए ही नेपाल में जनस्वास्थ्य ऐन २०१८ पारित किया गया है । उन्हाेंने जानकारी दिया कि आधारभूत स्वास्थ्य सेवा संबंधी प्याकेज को परिभाषित करने का काम भी अन्तिम चरण में पहुँच गया है । स्वास्थ्य मन्त्री यादव को मानना है कि आम सर्वसाधारणों की आथिृक भार को कम करने के लिए भी सरकार ने स्वास्थ्य बीमा योजना लागू किया है ।
सम्मेलन में काजखस्तान के स्वास्थ्य मन्त्री डा. यलजाहन बिरटानोभ, डब्लुएचओ डी.जी. डा.टेडरोस, काजखस्तान के प्रधानमन्त्री बखयत्जान सापिन्टायर, नेपाल के उपप्रधान एवम् स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मन्त्री उपेन्द्र यादब, युनिसेफ के ई.डी. इनहिसिफा फोरे, एण्डगुभिट्स, एमएफआरइएफ के सीएसओ गिहिटाली लगायत विशिष्ठ महानुभावों की सहभागिता है ।