‘अविराम बाबुराम’ पुस्तक विमोचन
काठमांडू , भाद्र, १८ |
पूर्व प्रधानमन्त्री तथा नयाँ शक्ति नेपाल के संयोजक बाबुराम भट्टराई ने अपने ही नेतृत्व के सरकार द्वारा निर्वाचन कराए जाने पर धाँधली होने की आशंका व्यक्त की है |
पत्रकार अनिल थापा द्धारा लिखित ‘अविराम बाबुराम’ पुस्तक का विमोचन समारोह में बोलते हुये उन्होंने कहा कि चाहे नेतृत्व जिस किसी का भी हो निर्वाचन जल्द होना चाहिए | उन्होंने कहा कि तीन निर्वाचन करना है जल्द कराया जाय | मधेसी जनजाति की माग जल्द सम्वोधन करें और संविधान कार्यान्वयन की ओर आगे बढ़े | ‘अविराम बाबुराम’ भट्टराई की राजनीतिक बायोग्राफी है ।
उन्होंने तीसरा दल के हाथ सरकार का नेतृत्व रहने पर समस्या होने की बात बताई । बहुदल आने के बाद कभी लोकेन्द्र बहादुर चन्द तो कभी सुर्य बहादुर थापा को सरकार का नेतृत्व देकर बहुदल को ही बदनाम किया गया था। प्रथम संविधान सभा के बाद कभी माधव नेपाल को तो कभी झलनाथ खनाल को प्रधानमन्त्री बनाया गया कहते हए उन्होंने कहा किउसीप्रकार अभी पुष्पकमल दाहाल तीसरी पार्टी से प्रधानमन्त्री बनाया गया है ।
उन्होंने आगे कहा कि माओवादी केन्द्र के अध्यक्ष दाहाल से उनका व्यक्तिगत नही सैद्धान्तिक मतभेद है। कोई कोई इसे व्यक्तिगत झगडा कहता है जो की गलत है |
पुस्तक पर टिप्पणी करते हुये नेकपा एमालेका सचिव प्रदिप ज्ञवाली ने कहा कि बाबुराम भट्टराई को ही पात्र बनाकर समकालिन समाज और राजनीति का अध्यान किया जा सकता है |
नेपाली कांग्रेस के नेता दुर्गा सुवेदी ने कहा कि भट्टराई निरास नही होने वाले व्याक्ति में से एक हैं | महिला नेतृ मनु हुमागाई ने बताया कि लोकतन्त्रिक गणतन्त्र में जाने की बात पर जोड़ देने के कारण ही भट्टराई कारबाइ में पड़े थे ।