पूर्वउपराष्ट्रपति नें किया खुलासा : नेपाल से भी पुरानी हैं मिथिला के सँस्कृति और सभ्यता
हिमालिनी डेस्क
काठमांडू, १ जुलाई ।
पूर्वउपराष्ट्रपति परमानन्द झा ने खुलासा किया कि नेपाली सभ्याता से भी पुरानी सभ्यता मिथिला के हैं । उन्होने आगें कहा कि मिथिला सँस्कृति और सभ्यता युगों पुरानी हैं ।

मिथिला के कला, संस्कृति और सभ्यता नेपाल से भी ऐतिहासिक हैं इस बात के जिक्र करतें हुयें पूर्वउपराष्ट्रपति झा नें कहा मिथिला के संरक्षण के लिए प्रचारप्रसार की आवश्यता हैं ।
बीएस मिडिया प्रा.लि के प्रस्तुती में रहे मिथिला दर्शन साप्ताहिक टेलिभिजन कार्यक्रम ने शनिबार मधेश मिडिया हाउस मे आयोजन किए गए विचार विर्मश गोष्ठी कार्यक्रम मे प्रमुख अतिथि के रुप बोल्तें हुए पूर्वउपराष्ट्रपति झा ने कहा कि मिथिला की ऐतिहासिकताओं बचानें के लिए सभी को अपनें जगह से काम करना होगा ।
मिथिला के कला, संस्कृति और सभ्यता लोप हो रहें हैं इस के प्रति चिन्ता जाहिर करतें हुए झा नें सभी को जिम्मेदार होने के लिए अपिल किया ।
मिथिला दर्शन क प्रस्तोता वीरेन्द्र ठाकुर के सभापतित्व मे सम्पन्न हुयें कार्यक्रम मे बृहत्तर जनकपुर क्षेत्र विकास परिषद् के अध्यक्ष रामकुमार शर्मा, मिथिला म्यानपावर सर्भिसेज प्रालि के सञ्चालक बबनकुमार सिंह, शिव शिष्य परिवार के ओमप्रकाश सिंह, नयाँ शक्ति पार्टी नेपाल की सदस्य ममता मण्डल, सार्क लिग पिपुल्स फोरम नेपाल के महासचिव सन्तोष घिमिरे, माओवादी केन्द्र के नेता भरतप्रसाद साह और राष्ट्रिय प्रजातन्त्र पार्टी के भरत गिरी लगायत की सहभागिता थी ।
पाँच लोग हुए सम्मानित
मिथिला क्षेत्र के विकास, प्रचार प्रसार तथा प्रवद्र्धन के लिए विशेष योगदान के कदर करते हुयें मिथिला दर्शन कार्यक्रम ने पूर्वउपराष्ट्रपति झा के हात से सम्मानित किया गया हैं । कार्यक्रम मे सम्मानित होने बालें में मनोज यादव, जितन यादव, शोभा गिरी, खुमा मराठा और सुमित्रा देवी शामिल हैं ।