ब्रेन साइज न केवल हमारे विचारों,बिहेवियर और समझदारी पर भी इसका असर डालता है।
बड़े दिमाग वाले लोग ज्यादा समझदार होते हैं। इंसानी दिमाग पर एक बड़ी ग्लोबल स्टडी में यह बात सामने आई है। स्टडी के मुताबिक ब्रेन साइज न केवल हमारे विचारों और बिहेवियर पर असर डालता है, बल्कि हमारी समझदारी पर भी इसका असर पड़ता है।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस स्टडी में दुनियाभर के 200 वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया। इस दौरान वैज्ञानिकों ने ऐसे जीन खोजे जो दिमाग के साइज को प्रभावित करते हैं और ये जीन समझदारी और याददाश्त पर सीधा असर डालते हैं।
क्वींसलैंड इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (क्यूआईएमआर) की मार्गी राइट ने भी स्टडी में सहयोग किया। मार्गी ने बताया कि ब्रेन साइज से इंटेलिजेंस के बारे में पता चलता है। यह स्टडी दुनियाभर के 21 हजार लोगों पर की गई। राइट ने कहा कि ब्रेन साइज और हमारी मेमरी का आपस में कनेक्शन है। मार्गी ने कहा कि एक जीन का दिमाग के साइज के साथ गहरा रिश्ता होता है, वहीं दूसरा जीन दिमाग के हिप्पोकैंपस को प्रभावित करता है।
हिप्पोकैंपस दिमाग का वह हिस्सा होता है, जहां पर मेमरी बनती हैं, ऑर्गनाइज और स्टोर होती है। हिप्पोकैंपस के सिकुड़ने की वजह से ही पागलपन की बीमारी होती है। सिजोफ्रेनिया और डिप्रेशन के मरीजों में भी हिप्पोकैंपस लगातार कम होता रहता है। क्यूआईएमआर ने एक अलग से स्टडी यह भी पाया कि जिन लोगों का दिमाग बड़ा था, उन्होंने आईक्यू टेस्ट में ज्यादा स्कोर किया। बे्रन से जुड़ी इन स्टडीज से दिमाग से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में बड़ी मदद मिल सकती है।pti
