Thu. Mar 28th, 2024

१७ नवम्बर



 

शक्‍ति का रंग है लाल इसीलिए देवी दुर्गा की आराधना में लाल रंग का बहुत महत्‍व है। दुर्गा जी की पूजा के लिए ब्रह्म मुहूर्त सबसे श्रेष्‍ठ होता है। इस लिए शुक्रवार को सूर्योदय से पहले उठ कर नित्‍य क्रियाओं से निर्वत हो कर स्‍नान आदि करके शुद्ध हो जायें। देवी की पूजा के लिए धूप, दीप नैवेद्य, मौलि, फल और फूल एकत्रित करें। देवी को लाल फूल अत्‍यंत प्रिय हैं इसलिए गुड़हल, गुलाब जैसे लाल फूल जरूर रखें। फूल ही नहीं देवी को लाल रंग ही अत्‍यंत प्रिय हैं, इसलिए उन्‍हें तो लाल वस्‍त्र और चूनर चढ़ायें ही स्‍वयं भी लाल वस्‍त्र पहन कर पूजा के लिए उपस्‍थित हों।

ऐसे करें पूजा 

अब एक लकड़ी के पटरे पर लाल कपड़ा बिछा कर उस पर मां दुर्गा की मूर्ति या फोटो स्‍थापित करें। उसके सामने आसन बिछा कुश बिछा कर आप बैठे। फिर उनकी आराधना शुरू करें। पूजा में देवी पर जल चढ़ा कर उन्‍हें वस्‍त्र, चूड़ी बिंदी और लाल सिंदूर अर्पित करें फिर, दुर्गा चालीसा का पाठ करें। इसके बाद दुर्गा जी की आरती करें। पूजा के दौरान इस मंत्र का जाप करना भी अत्‍यंत फलदायक रहता है, ‘ॐ श्री दुर्गाय नमः’। मान्‍यता है कि इस मंत्र के जाप से सभी प्रकार की मानसिक, आर्थिक और शारीरिक परेशानियां खत्म हो जाती हैं। शुक्रवार को दुर्गा सप्‍तशती का पाठ करने से भी कष्‍ट दूर होते हैं।



About Author

यह भी पढें   आज का पंचांग: आज दिनांक 27 मार्च 2024 बुधवार शुभसंवत् 2080
आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Loading...
%d bloggers like this: