Fri. Mar 29th, 2024



*मुजफ्फरपुर{बिहार}*– समाज के नवनिर्माण में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मिडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। पत्रकारिता एक चुनौती भरा मिशन है इसलिए सम्मान के साथ ही पत्रकारों की सुरक्षा जरुरी है। उक्त बातें उत्तर बिहार के प्रमुख शहर मुजफ्फरपुर में पत्रकार प्रेस परिषद् बिहार प्रदेश इकाई की ओर से आयोजित पत्रकार- साहित्यकार मिलन समारोह सह कवि विद्यापति व आचार्य लक्ष्मीकांत मिश्र सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विद्वान कुलपति डा. अमरेंद्र नारायण यादव ने कही। इससे पहले समारोह का विधिवत उद्घाटन कुलपति डा.यादव, युवा महाकवि डा.संजय पंकज एवं सूबे के वरीय पत्रकार शशिभुषण प्रसाद सिंह ने दीप प्रज्वलित करके किया। कुलपति ने अपने संबोधन में लोकतंत्र की मजबूती के लिए पत्रकारिता की गरिमा को बनाए रखने का आह्वान पत्रकार समाज से किया। पत्रकारिता में साहित्य के समावेश पर भी उन्होंने बल दिया। ऐसे महत्वपूर्ण आयोजन के लिए डा. यादव ने पत्रकार प्रेस परिषद् के पदाधिकारियों को अपनी ओर से बधाई भी दी। समारोह को संबोधित करते हुए सुप्रसिद्ध युवा महाकवि डा. संजय पंकज ने कहा कि बगैर साहित्य की पत्रकारिता आभूषण हीन दुल्हन के समान है। उन्होंने कहा कि सोशल साइट के बढ़ते प्रभाव के कारण आज पत्रकार समाज साहित्य के सानिध्य एवं खोजी पत्रकारिता से भटकाव की ओर जा रहा है। समारोह में उपस्थित पत्रकारों से डा. पंकज ने पत्रकारिता की मूल अवधारणा को बनाए रखने का आह्वान किया। इस अवसर पर कवि विद्यापति व आचार्य लक्ष्मीकांत मिश्र को नमन करते हुए युवा महाकवि ने उनकी रचनाओं पर भी प्रकाश डाला। सूबे बिहार में पत्रकारिता जगत के पितामह के रुप में प्रसिद्ध वरीय पत्रकार शशिभुषण प्रसाद सिंह ने समारोह के दौरान कहा कि आज पत्रकारों के सामने अपनी सुरक्षा एवं पहचान का संकट है। यह पत्रकार जगत और हमारे समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने पत्रकारों की सुरक्षा एवं पहचान के सवाल पर एक बड़ा आंदोलन शुरु करने की आवश्यकता जताई। वहीं समारोह को संबोधित करते हुए आचार्या आइएएस के निदेशक इतिहासकार डा. डी आचार्य ने कहा कि मिडिया के व्यवसायी करण ने निष्पक्ष पत्रकारिता पर सवालिया निशान लगा दिया है। पत्रकारिता जैसे स्वच्छ मिशन को निष्पक्ष बनाए रखने के लिए पत्रकार प्रेस परिषद् को देश के पैमाने पर संघर्ष तेज करना होगा। वहीं अपने अध्यक्षीय संबोधन में पत्रकार प्रेस परिषद् के प्रदेश अध्यक्ष मधुरेश प्रियदर्शी ने कहा कि सूबे बिहार में हमारा संगठन मुस्तैदी से पत्रकारों-साहित्यकारों को जागरूक एवं संगठित करने का कार्य कर रहा है। बिहार में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की पुरजोर वकालत करते हुए मंच से उन्होंने कहा कि सूबे के पत्रकारों को उनका वाजिब हक दिलाने एवं पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग को लेकर पत्रकार प्रेस परिषद् चरणबद्ध आंदोलन चलाएगा।सूबे में पत्रकारों पर आए दिन हो रहे हमले को उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।समारोह के दौरान कुलपति एवं डा. पंकज समेत कुल 21 लोगों को पत्रकारिता, साहित्य एवं समाज के विविध क्षेत्रों में सराहनीय योगदान देने के लिए कवि विद्यापति एवं आचार्य लक्ष्मीकांत मिश्र सम्मान से संगठन की ओर से सम्मानित किया गया। समारोह का मंच संचालन संगठन के वरीय उपाध्यक्ष आनंद ठाकुर एवं धन्यवाद ज्ञापन महासचिव प्रभाष कुमार ने किया।समारोह को परिषद् के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरेश कुमार, सचिव समीर सरकार, हिंदी के विद्वान डा. राकेश कुमार, शिवशंकर चौधरी एवं रजनीश कुमार ने भी संबंधित किया। मौके पर परिषद् के प्रदेश सचिव रामबालक ठाकुर, डा. ध्रुव कुमार सिंह, सुधीर कुमार, डीएन कुशवाहा, अशोक कुमार यादव, आत्मानंद सिंह, समीर कुमार, शिव शंकर पांडेय, अधिवक्ता रमण कुमार, राजेश चौधरी, राजवर्द्धन, चंदन चौधरी, अखिलेश्वर झा, राजीव रंजन, सत्यप्रकाश, अनिल विद्रोही, प्रेम भूषण, आलोक कुमार, परासर प्रभात, सुनील कुमार, वीरेन्द्र कुमार वीरेन, भवेश मिश्रा, धनंजय मिश्र, विनय कुमार सुमन, शैलेश कुमार शैलू, डा. दानिश, राजू कुमार सिंह, सुभाष कुमार एवं चंद्रभूषण कुमार समेत सैकड़ों पत्रकार- साहित्यकार उपस्थित थे।



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