एक गलतफहमी अाैर चली गई पचास की जान : एयर बंगला हादसा
काठमांडू,14 march

‘मैं कह रहा हूं, मुडि़ए…!’ ये एयर ट्रैफिक कंट्रोल के रेडियो की आवाज थी, जो नेपाल के काठमांडू में क्रैश हुए विमान में गूंज रही थी। इसके कुछ क्षणों बाद ही विमान रनवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में आग लग गई और 49 लोग मारे गए। अब विमान कंपनी और नेपाल एयर ट्रैफिक कंट्रोल इस हादसे के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर 50 लोगों की दर्दनाक मौत के लिए कौन जिम्मेदार है?
विमान में कुल 67 यात्रियों में 37 पुरुष, 27 महिलाएं और दो बच्चे थे। इस विमान हादसे में 49 लोगों की जान चली गई। एयरलाइन यूएस-बांग्ला एक बांग्लादेशी निजी एयरलाइन है। यह विमान ढाका से नेपाल के रूट पर था। बताया जाता है कि विमान रनवे के दक्षिणी छोर से लैंड करने वाला था, लेकिन अचानक वह उत्तरी छोर से लैंड करने लगा। लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है कि विमान रनवे पर गलत दिशा से लैंड करने लगे।
विमान के पायलट और नेपाल एयर ट्रैफिक कंट्रोल के बीच लैंडिंग से कुछ क्षण पहले हुई बातचीत से ऐसा लगता है कि दुर्घटना की वजह गलतफहमी थी। दुर्घनाग्रस्त हुए विमान बीएस211 के मामले को देख रहे एक शख्स ने नेपाली में बताया कि लैंडिंग के समय लोग बेहद भ्रमित थे। ऐसा लग रहा था कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल और पायलट के बीच कोई गलतफहमी थी। एयर ट्रैफिक कंट्रोल पर जारी की गई रिकॉर्डिंग में साफ सुना जा सकता है कि ट्रैफिक कंट्रोल रूम में बैठे शख्स और पायलट के बीच इस बात को लेकर बहस हो रही थी कि लैंडिंग रनवे के दक्षिण छोर से करनी है या उत्तरी छोर से?
दुर्घटना से कुछ क्षण पहले तक पायलट पूछ रहा था, ‘क्या हम लैंड कर सकते हैं…?’ लेकिन कुछ क्षण बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल में बैठे शख्स की आवाज आई, जो पायलट को कह रहा है, ‘मैं फिर कह रहा हूं मुड़ो!’ इसके कुछ क्षण बाद ही विमान रनवे से टकरा गया और उसमें आग लग गई।
अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सोमवार को एयरपोर्ट के जनरल मैनेजर ने कहा कि पायलट ने कंट्रोल टॉवर के निर्देशों का पालन नहीं किया और रनवे पर गलत दिशा से लैंड करने के लिए आ गया। मैनेजर राज कुमार छेत्री ने बताया कि विमान ने रनवे पर गलत तरीके से लैंड किया, जबकि पायलट से बार-बार पूछा जा रहा था कि उनकी स्थिति ठी है। पायलट की ओर से यही जवाब आ रहा था कि वे ठीक स्थिति में हैं।
लेकिन अमेरिका-बांग्लादेश एयरलाइंस के सीईओ आसिफ इमरान ने पत्रकारों को बताया कि हम पहले यह कहने की स्थिति में नहीं थे कि हमारे पायलट को काठमांडू एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर ने रनवे पर लैंडिंग को लेकर भ्रमित किया। लेकिन पायलट और टॉवर के बीच हुई रिकॉर्डिंग को सुनने के बाद हमें यह लगता है कि इस दुर्घटना में हमारे पायलट की कोई गलती नहीं है। उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना में जीवित बचे पायलट एक पूर्व वायु सेना अधिकारी हैं। कैप्टन आबिद सुल्तान ने 1700 घंटे से ज्यादा के लिए Bombardier Q400 सीरीज़ विमान को उड़ाया है। इसके याथ ही वह उड़ान प्रशिक्षक भी रहे हैं।
गौरतलब है कि अभी तक इस दुर्घटना की जांच पूरी नहीं हुई है। नेपाल सरकार हादसे की जांच के आदेश दे चुकी है। जांच के बाद ही ये साफ हो पाएगा कि आखिर 50 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है। विमान का पायलट या काठमांडू एयर ट्रैफिक कंट्रोल? लेकिन इतना साफ है कि इस दर्दनाक हादसे की एक वजह गलतफहमी जरूर है!