भारत अपने पडाेसियाें का भी विकास देखना चाहता है : डा. अजय कुमार D.C.M.
काठमांडू | नेपाल–भारत विकास मञ्च ने नेपाल–भारत सम्बन्ध पर १६ मार्च २०१८ को एक विचार गोष्ठी आयोजन किया । ‘वर्तमान परिवेश में नेपाल–भारत सम्बन्ध’ शीर्षक में आयोजित विचार–विमर्श कार्यक्रम में वक्ताओं ने नेपाल–भारत सम्बन्ध के विभिन्न आयाम पर चर्चा की । कार्यक्रम में हिमालिनी मासिक पत्रिका के सम्पादक डा. श्वेता दीप्ति ने ‘सांस्कृतिक रिश्तों की गहरी नींव है नेपाल और भारत के सम्बन्धों में’ शीर्षक से एक कार्यपत्र प्रस्तुत किया ।
कार्यक्रम कें विशिष्ठ अतिथि नेपाल स्थित भारतीय दूतावास के डीसीएम डा. अजय कुमार ने कहा कि नेपाल का विकास और आर्थिक समृद्धि के लिए भारत हरदम सहयोग के लिए तैयार है । उन्होंने कहा कि भारत अाैर नेपाल का साथ का सम्बन्ध सदियाें का है अाैर मुझे विश्वास है कि अागे भी ये उतनी ही मजबूती के साथ अागे बढेगा । भारतीय दूतावास के डीसीएम डा. अजय कुमार ने आगे कहा कि मुझे सबसे बडी खुशी इस बात की है कि नेपाल अपने नए संविधान के साथ विकास की राह पर अागे बढने के लिए तैयार है । अाैर इस राह पर भारत नेपाल के साथ हर सम्भव सहयाेग के लिए तैयार है । नेपाल के पर्यटन के क्षेत्र में जाे विकास की सम्भावनाएँ हैं हम उसे अागे बढाना चाहते है क्याेंकि भारत के नागरिक नेपाल की धार्मिक स्थलाें की यात्रा के लिए सदैव इच्छुक रहते हैं । अाैर हम उन्हें यह सुविधा देना चाहते हैं । भारत के प्रधानमंत्री का नारा है कि सबका साथ सबका विकास यह सिर्फ भारत के लिए नहीं है भारत अपने पडाेसियाें का भी विकास देखना चाहता है । नेपाल भारत का सम्बन्ध हमारे पुर्वजाें का बनाया हुअा है जिसे अाैर भी प्रगाढ बनाने की जिम्मेदारी हमारी है ।
कार्यक्रम नेपाल भारत विकास मञ्च के सभापति रामकिशोर सिंह के सभापतित्व में सम्पन्न हुआ था । अपने समापन वक्तव्य में नेपाल भारत विकास मञ्च के अध्यक्ष रामकिशोर सिंह ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम हम नेपाल के पूर्व से लेकर पश्चिम तक करंगे | उन्होंने खा कि भविष्य में नेपाल भारत सम्बन्ध को प्रगाढ और सुदृढ़ बनाया जायेगा |