प्रधनमंत्री देउवा ने “नेपाल और विश्व व्यवस्था पर बहस” सेमिनार का उदघाटन किया
काठमांडू । २६ अगस्त – प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउवा ने कहा है कि आने वाले समय में विश्व व्यवस्था का आधार विभिन्न देशों की आवश्यकता और आकांक्षाओं पर निर्भर करेगी । नीति अनुसंधान प्रतिष्ठान नेपाल द्वारा काठमांडू में आयोजित international relations : Nepal & world ordere विषयक कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधन करते हुए प्रधानमंत्री देउवा ने असंलग्न परराष्ट्र नीति नेपाल का मार्गदर्शक होने की बात बताई । उन्होंने कहा कि नेपाल हरेक राष्ट्र की एकता और सार्वभौमिकता का सम्मान करता है । प्रधानमंत्री देउवा ने कहा कि कोविड महामारी के कारण विश्व की अर्थ व्यवस्था जर्जर हो गई है और नेपाल जैसे अल्प विकसित राष्ट्र की स्थिति और ज्यादा खराब हो गई है । उन्होंने कहा कि हमें अवसर की तलाश करनी चाहिए और विश्व व्यवस्था भी कुछ ऐसी होनी चाहिए कि सभी को समान अवसर मिले ।
कार्यक्रम में अमेरिकी राजदूतावास के एक्टिंग डेपुटी चीफ ऑफ मिशन मार्क टेम्पलर ने अपने मंतव्य में नेपाल लोकतंत्र मानवाधिकार और विश्व शांति प्रति नेपाल की प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए परस्पर सम्मान और सहकार्य करते हुए आगे बढ़ने की आवश्यकता पर जोर दिया । उन्होंने अपनी ईच्छा को बताते हुए कहा कि किसी देश को अंध समर्थन करने के बजाय हर नेपाली को नेपाल के पक्षधर होते हुए वह देखना चाहते हैं । उन्होंने कहा कि पुरानी पीढी ने बहुत कुछ किया अब जिम्मेदारी नई पीढी को सौंप दें ।
इसी तरह नेपाल के लिए इजराइल के राजदूत हेनन गोडर ने कहा विश्व का हरेक राष्ट्र एक समान है और भौगोलिक या अर्थतंत्र के आकार से किसी देश का आकार नहीं आंका जा सकता है । उन्होंने वर्तमान परिस्थिति में नेपाल का विचार विश्व के लिए अति आवश्यक है क्योंकि नेपाल हमेशा शांति की बात करता है ।
इसी तरह नीति अनुसंधान प्रतिष्ठान के एम. डी. दीपक अधिकारी ने आगामी विश्व व्यवस्था कैसी होनी चाहिए ? इसके संबंध में बहस करने के लिए सम्मेलन आयोजन करने की बात बताई ।
कार्यक्रम में प्रतिष्ठान के विनय मिश्रा ने और संदीप राणा ने नेपाल और विश्व व्यवस्था विषय पर अपना मंतव्य रखा । तीन दिवसीय सम्मेलन में नेपाल और भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों से विद्यावारिधि प्राप्त किए हुए युवा व्यक्तित्व विभिन्न विषयों पर अपना कार्यपत्र प्रस्तुत करेंगे ।