ध्वस्त कर दिया जाएगा नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावर को
काठमांडू । २८ अगस्त । पूरे भारत को २८ अगस्त का है इंतजार क्योंकि २८ अगस्त यानी रविवार को २ बजकर ३० मिनट पर होगा एक ब्लास्ट जिससे ध्वस्त कर दिया जाएगा नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावर को ।
क्यों गिराया जा रहा है ट्विन टावर को ?
नोएडा प्राधिकरण ने सुपरटेक बिल्डर को २० जून २००५ में एमराल्ड कोर्ट के निर्माण की मंजूरी दी थी । इस परिसर में१४ टावर बनाये जाने की बात थी । टावर में भूतल और नौ मंजिल बनाने की अनुमति दी गई लेकिन बिल्डर ने इसे नहीं मानकर यहाँ भूतल के साथ ११मंजिल के अतिरिक्त दो और टावर अपनी योजनानुसार डाल दिया । इसके बाद फिर २००९ में इसे और उंचाई दी गई । इसबार २४ मंजिल बनाना तय कर लिया गया । २०१२ में इसे ४० मंजिला बनाना तय हुआ। इस तरह बार बार नियमों का उल्लंघन किया गया । न्यायालय ने बार बार प्राधिकरण से नक्शे की मांग की बहुत फटकार के बाद प्राधिकरण ने न्यायालय को नक्शा दिया ।
एमराल्ड कोर्ट सोसायटी के लोगों ने ही २०१२ में इलाहाबाद उच्च न्यायालय में नोटिस दिया कि यहाँ नियम का उल्लंघन हो रहा है ।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने डेढ़ साल की सुनवाई के बाद २०१४ में ट्वीन टावर को ध्वस्त करने का आदेश दे दिया लेकिन सुपरटेक बिल्डर ने इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी । ३१ अगस्त को २०२१ को न्यायालय ने तीन महीने के अंदर इन दोनों टावरों को गिराये जाने का आदेश दिया था । लेकिन तारीख बार बार बढ़ रही थी । अतंतः २८ अगस्त का दिन तय हुआ है कि ट्विन टावर को ध्वस्त करना है ।
कैसे गिराया जाएगा टावर को ?
टावर को गिराने के लिए आधुनिक इंजीनियरिंग उन्नत तकनीकी के साथ साथ विज्ञान का भी इस्तेमाल किया जाएगा ।ट्विन टावर को गिराने के लिए ३५०० किलोग्रामसे ज्यादा विस्फोट का इस्तमाल किया जाएगा ।
क्या असर पड़ेगा लोगों पर इस टावर के गिरने से ?
बलास्ट के बाद कुछ दिनों तक लोगों को इसके आस पास रहना मुश्किल हो जाएगा । खासकर नवजात बच्चों,गर्भवती महिलाएं,बुजुर्गो के साथ साथ सांस और हार्ट के मरीजों को बहुत तरह की समस्याओं से जुझना पड़ सकता है । टावर को गिराने के लिए विदेशी कंपनियों के साथ साथ कई और विभागों के विज्ञों से भी सलाह ली गई है । ट्विन टावर में विस्फोट करने से पहले आस पड़ोस के एमराल्ड और एटीएस टावर को खाली करने का काम शुक्रवार तक पूरा कर लिया गया है । देश में इससे पहले इतनी उंची इमारत को नहीं गिराया गया है ।