मिथिला ही नहीं देश भर में सीतामढ़ी का नाम रौशन कर रही है सीतामढ़ी की बेटी मोनी ‘वैदेही’
जनकपुरधाम /मिश्री लाल मधुकर । जगत जननी माँ जानकी जी की प्राकट्यस्थली सीतामढ़ी की बेटी मोनी झा उर्फ मोनी ‘वैदेही’ मैथिली, भोजपुरी व हिन्दी की एक लोकप्रिय गायिका हैं। इन्होंने समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर, दिल्ली विश्वविद्यालय से ठुमरी-दादरा, गंधर्व महाविद्यालय, दिल्ली से हारमोनियम प्रवेशिका, श्रीराम भारतीय कला केन्द्र, दिल्ली से सुगम शास्त्रीय संगीत में डिप्लोमा और दिल्ली विश्वविद्यालय से हारमोनियम में उच्चतर डिप्लोमा की डिग्री हासिल की है। यह प्रयाग संगीत समिति से प्रभाकर भी कर रही है।

सीतामढ़ी की इस बेटी ने महज़ पाँच वर्षों से भी कम समय में अपनी अलग पहचान बनाई है। यह अभी तक लगभग 45 सफल मंचीय कार्यक्रम कर चुकी है। लोकगीत और समसामयिक गीतों के लिए इन्हें विशेष प्रसिद्धि मिली है।



मैथिली-भोजपुरी अकादमी, दिल्ली सरकार, साहित्य कला परिषद् , दिल्ली सरकार, सीतामढ़ी जिला प्रशासन के संग-संग संस्कार भारती, भारत विकास परिषद् सहित दर्जनों सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं से जुड़कर इन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।
देश की राजधानी दिल्ली में रहने वाले मैथिली संगीत प्रेमियों के बीच अच्छी पहचान बना चुकी मोनी ‘वैदेही’ मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान से भी जुड़कर प्रवीण होने के बाद मार्गदर्शिका की भूमिका में है। मोनी ‘वैदेही’ मैथिली फिल्म ‘लव यू दुल्हिन’ के पार्श्व गायिका की महत्वपूर्ण भूमिका में भी हैं।।
जून 2018 मे साहित्य कला परिषद, दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन कार्यशाला में बतौर सहायक निर्देशिका अपनी भागीदारी दे चुकी मोनी ‘वैदेही’ को वर्ष 2019 और वर्ष 2020 में साहित्य कला परिषद, दिल्ली सरकार से छात्रवृत्ति भी मिल चुका है।
मिथिला और मैथिली के सर्वांगीण विकास हेतु यह ‘मिथिला स्टूडेंट यूनियन’ से भी जुड़ी है।
बहुत ही कम समय में सीतामढ़ी ही नहीं पूरे मिथिला का झंडा दिल्ली में बुलंद कर दर्जनों मंच पर सम्मानित हो चुकी मोनी ‘वैदेही’ मिथिला-मैथिली को आगे बढ़ाने हेतु सदैव प्रयासरत रहती हैं।

