दुर्गा प्रसाई विरुद्ध एमाले आन्दोलनः ३० तीनों के लिए माइतीघर–नयाँ बानेश्वर क्षेत्र में निषेधाज्ञा
काठमांडू, २१ नवम्बर । राजनीतिक वृद्ध में मार्गशीर्ष ७ गते बहस का विषय बन रहा है । कारण है– लोकतान्त्रिक गणतन्त्र और धर्म निरपेक्षता विरुद्ध का आन्दोलन । व्यवसायी दुर्गा प्रसाई ने मार्गशीर्ष ७ गते से आन्दोलन घोषणा किया । लेकिन प्रसाई द्वारा घोषित आन्दोलन के विरुद्ध उसी दिन नेकपा एमाले ने एक और प्रदर्शन का आयोजन किया । लगता है कि प्रसाई एक व्यक्ति के विरुद्ध एक शक्तिशाली पार्टी खडी है ।
वैसे तो नेकपा एमाले ने पार्टीगत रुप में आन्दोलन घोषणा नहीं की है । पार्टी सम्बद्ध भातृ संगठन युवा संघ ने प्रदर्शन का घोषणा किया है और पार्टी नेतृत्व ने उसको साथ दिया है । प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं, एमाले नेता तथा पूर्व मन्त्री महेश बस्नेत ।
एक ही दिन एक ही स्थान में दो विरोधी समूह द्वारा घोषित प्रदर्शन और सम्भावित दुर्घटना को लक्षित कर काठमांडू जिला प्रशासन काठमांडू ने ३० दिन तक ५ से अधिक लोग इकठ्ठा होकर प्रदर्शन करने के लिए रोक लगा दिया है । यह निषेधाज्ञा पुतलीसडक पद्मोदय मोड से नयाँ बानेश्वर चौक तक लागू होगी । बताया गया है कि यह निषेधाज्ञा आज से आगामी ३० तक लागू रहेगी । काठमांडू के प्रमुख जिला अधिकारी जितेन्द्र बस्नेत ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि निषेधित क्षेत्र में जुलुस, प्रदर्शन, धर्ना, अनशन, सभा जैसे गतिविधि करना मना है ।
स्मरणीय है, कोही राजनीतिक और सामाजिक आन्दोलन हो, आन्दोलनकारियों के लिए माइतीघर मण्डला मुख्य केन्द्रबिन्दू है । यही जमा होकर आन्दोलन किया जाता है । लेकिन प्रशासन ने दुर्गा प्रसाई और युवा संघ दोनों समूह को यहां प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं दी है । प्रशासन से अनुमति ना मिलने के कारण युवा संघ ने तीनकुने क्षेत्र में प्रदर्शन करने का निर्ण लिया है । लेकिन प्रसाई समूह ने ऐसा कोई भी निर्णय आज तक नहीं लिया है ।


