मधेश आन्दोलनमे नयाँ जान देनेके लिए भारत नेपाल बोर्डरपर जनसभा जोड़ोपर
रत्नेश्वर कुमार झा ,जलेश्वर, महोत्तरी
लगभग ५ महिनासे जारी मधेश आन्दोलन के बाबजूद माँग न पुरा होना एवं मधेशके साथ साथ भारतीयको मारे जाने एवं धार्मिक अनुष्ठान विवाह पञ्चमी जनकपुरमे आए हुए श्रद्धालुको मारपिट एवं घायल होनेपर विहार एवं यूपी मे राजनीतिक शरगर्मी गर्मा चुकी है । क्योकि दोनो देशों मे धार्मिक, आर्थिक, सामाजिक एवं व्यक्तिगत रिस्ता सदियो से है और इस रिस्तेको तोडना नामुमकिन है । फिरभी यहाँके शासकवर्गोके द्वारा विभेदकारी नीति एवं निचता पर उतर चुका है जिसका हद नही है । इन सभी बातोंके देख्ते हुए अपनी रिस्ता सम्बन्धको कायम रखने एवं पड़ोसीके दुःखके साथ सुर मे सुर मिलानेके लिए इसबार भारत सरकारके पूर्व केन्द्रिय मंत्री, राजद के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंहके नेतृत्वमें नेपाल भारत मैत्री यात्राके बैनरतले १८०० किलोमिटर नेपालसे सटे जिलों के बोर्डर पर २०–२५ जनसभा हो चुका है । इसी क्रममे विहार के मधुवनी जिलाके मधवापुर मे आयोजित कार्यक्रममे रघुवंश प्रसाद सिंह ने नेपालके पि.एम. ओलीको कोसते हुए नेपालके विभेदकारी द्वेशपूर्ण संविधान पर प्रहार करते हुए कहा की यह कैसा प्रताजन्त्र होगा जिसमे ५२ प्रतिशत जनता उपेक्षित हो । जिसे नागरिकता सही ढंगसे नमिले, जिसमे जनसंख्याके आधारपर निर्वाचन क्षेत्र न हो । हर सरकारी सेवा मे समान अनुपातमे सहभागिता न हो यह कैसा अन्याय है । ऐसा लोकतन्त्र विश्वमे नही देखा है । और तो और अधिकार माँग्नेपर गोली मारा जाता है जिसमे ५२ नेपालीयोंको एवं २–३ भारतीयको भी गोली मारा गया है । इधर विवाह पञ्चमीमे जनकपुरमे आएहुए भारतीय दर्शनार्थीके उपर निर्ममढंगसे लाठी चार्ज एवं आसु गैसके गोला दाग कर सैकडौ दर्शनार्थीको घायल बनाया गया । यह तो घोर अन्याय है । ऐसा तो राजतन्त्रमे भी कभी नही हुआ । जैसा अभी हो रहा है । तो हम भारतवासी पड़ोसीके नाते कैसे चुप रहेंगें । सभी मधेशी लोग हमारे ही रिस्तेदारके लोग है फिर ऐ विभेद क्यो । इन्ही सभी समस्याओं के निदानके लिए जनजागरण चलानेके वाद भारतके प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पर दवाव डालकर सभी मधेशीओंका अधिकार दिलानेका वादा भी किया । साथी ही संबोधन के क्रममे मञ्चपर मधेश आन्दोलनमे लगेहुए अलग अलग पार्टीका नाम सुननेपर भडकते हुए कटाक्ष भी किया आप सब पार्टी एक होकर अपनी माँगके लिए डटकर मुकाबला करे । और मोदी पर निशाना साधते हुए कहा की हमारे पि.एम. बिना प्लानके पाकिस्तान पहुँच जाते है पर सबसे नजदिकी पड़ोसी नेपाल जो चारो तर्फसे जल रहा है, हत्याए हो रही है तो पि.एम. मोदी अन्दर ही अन्दर तस्करी कराकर अन्यायकारी सरकारको तेल, गैस भेजकर मद्दत कर रही है लेकिन मधेश मे मधेशिओको नेपाल सरकारद्वारा बन्दके दौरानमे कुछ भी नही मिल रहा है । ऐ अब नही चलनेवाला है इसमे सच्चे मन से पहल करना होगा । साथ ही नेपालके पि.एम. से मिलकर जल्द से जल्द समस्याका समाधान कर फिर नेपाल भारतके लोगोको चैनसे जिनेका राह खुल सकेगा ।
इस कार्यक्रममे नेपालके तर्फसे महोत्तरी एवं धनुषाके मधेशी दलोके जिला स्तरीय नेता एवं पूर्व मंत्री हरिनारायण यादव, सुरिता साह, नेता शंकर शाही, सुरेश पाण्डे, अभिराम शर्मा, रमण पाण्डे लालकिशोर साह, डा. सुरेन्द्र यादव, कार्यक्रम संयोजक राजकिशोर मंडल, बजरंगी प्रसाद साह, मधवापुरके मुखिया, पञ्चायत समिति एवं महागठबन्धनके नेता मंचपर आसिन थे तो नेपाल भारतके हजारों बुद्धिजीवी, व्यापारी, यूवा, एवं नागरिक समाज सहित नेपाल भारतसे जुडे पत्रकार मिडियाकर्मी की काफी उपस्थिति देखी गई । तो उसी दिन विराटनगर के जोगवनी नाकापर सदभावना पार्टीके राष्ट्रिय अध्यक्ष राजेन्द्र महतो पर पुलिसद्वारा प्रहारकर घायल करने पर पुरे मधेश मे आन्दोलन तेज हो गया है । इन सब बातोपर ध्यान रखते हुए सरकारको देश बचानेके लिए माँग पुरा करना होगा नही तो भारत क्या विश्वसे भी विरोध के आवाज उठना शुरु हो जाएगा ।