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वास्तुशास्त्र के कुछ एसे विशेष टिप्स जो सरल होने के साथ लाभकारी भी है

 मालिनी मिश्र, काठमाण्डू, ३० जुलाई ।
 
 हिमालिनी की तरफ से  वास्तुशास्त्र के कुछ एसे विशेष टिप्स हैं जो सरल होने के साथ ही साथ लाभकारी भी है ।  हम अपने घरों में अंदर व बाहर अपने बगीचों में हरे पौधे व मनी प्लांट की लतर को विशेष रुप से सुंदरता बढाने के लिए लगाते हैं व मान्यता है कि यह लतर घर की सुख समृद्धि का भी सूचक है । हर घरों के अंदर व बाहर हमें  हरे पौधे लगे तो नजर आते हैं पर क्या ये सही दिशा में होते हैं ?  दिशाओं का विशेष महत्व है । जिस तरह किसी काम को करने में व उचित रुप से करने में उसके परिणाम में काफी अंतर आता है उसी प्रकार पौधे लगाने व सही दिशा में लगाने से भी परिणाम फलदायी होते हैं । घरों में सकारात्मक व नकारकत्मक उर्जा का संचार  इन पौधों पर निर्भर करता है ।
पाठकों के लिए कुछ विशेष टिप्स ः
Vastu-sastr-himalini
* मनी प्लांट सदैव आग्नेय कोण अर्थात दक्षिण पूर्व की दिशा में ही लगाएं । इस कोण में देवता गणेश का वास है जो कि अमंगल का नाश करते हैं व प्रतिनिधिकर्ता शुक्र हैं जो कि सुख सम्मान के रक्षक हैं इसके साथ ही ध्यान रहे कि यह पौधा ईशान कोण में कभी भी न लगाएं ।
* बेड रुम में मनी प्लांट के अलावा अंय कोइ पौधा न लगाएं खास तौर पर कटींले पौधे ।  यह दामपत्य जीवन के लिए कष्टकारी होता है । कंटीले पौधे तो घर में कहीं भी न लगायें तो बेहतर होगा ।
* केला व आम जैसे फलों को पूर्व दिशा में लगाना शुभकारी है व इस दिशा में पीपल कभी भी नही लगाना चाहिए ।
* गूलर का वृक्ष सदैव दक्षिण दिशा में ही लगाएं व इसके साथ ही  पाकड व नीम कभी भी  इस दिशा में न लगाएं ।
* पीपल को दक्षिण दिशा में  लगाना शुभकारी होता है ।
* अनार के लिए हमेशा दक्षिण पूर्व दिशा ही उपयुक्त है व इस दिशा में शामली , लाल फूल के पौधै, पाकड व कंटीले पौधे भूल कर भी न लगाएं ।
* इमली को दक्षिण पश्चिम में लगाएं । इस दिशा में कदम्ब का वृक्ष कभी भी न लगाएं ।
* आवले के वृक्ष के लिए उत्तर पूर्व दिशा ठीक है । इस दिशा में केला, बरगद व पीपल कभी भी न लगाएं ।
* घरों में नींबू, कमल व जैसमीन का पौधा पूर्व में लगाना शुभकारी है ।
* घरों के बगीचे को बनाने के लिए सम्भवतः प्लाट का नीचला भाग उपयुक्त होता है ।

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