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नेपालगन्ज,(बाके), पवन जायसवाल, २०७३ असोज ३ गते ।
बालबालिकाओं में लगानी है खर्च नही इस लिये उन लोगों में लगानी करना जरुरी है ।
बालमैत्री एवं भय रहित शिक्षा के लिये शिक्षकों की अहम भुमिका होने के नाते शिक्षकों में सकारात्मक अनुशासन बारे में ज्ञान होना जरुरी रही है एक कार्यक्रम में बीच में असोज २ गते बताया गया है ।



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सेभ द चिल्ड्रेन की साझेदारी तथा बाके युनेस्को क्लब द्वारा सञ्चालित १ दिन की सकारात्मक अनुशासन और बाल क्लब व्यबस्थापन बिषयक अभिमुखिकरण की समापन में बोलते हुये बा“के जिला के सहायक जिला शिक्षा अधिकारी गोरख बहादुर थापा ने यह बात बताया ।
बिद्यालय में सकारात्मक अनुशासन पद्दति की विकास करके बालक्लब की ब्यवस्थापन करने उद्देश्य से सञ्चालित अभिमुखिकरण में बालबालिकाए“ और बालअधिकार, सकारात्मक अनुशासन क्या है ? बाल क्लब और इस की भुमिका, बालक्लब ब्यवस्थापन और बार्षिक कार्ययोजना की बिषय में सेभ द चिल्डेन के बीरेन्द्र थापा और बा“के युनेस्को क्लब कार्यक्रम संयोजक आशीष वर्मा ने सहजीकरण किया था ।
कार्यक्रम में १७ सामुदायिक बिद्यालय के और २ मदरसा करके २१ लोग बालक्लब संयोजक शिक्षकों की सहभागीता रही थी वह कार्यक्रम में सकारात्मक अनुशासन क्या है ? बाल क्लब और इस की भुमिका, बालक्लब ब्यवस्थापन और वार्षिक कार्ययोजना की बिषय में दोहरी छलफल हुई थी ।

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अभिमुखीकरण में सेभ द चिल्ड्रेन के वरिष्ठ कार्यक्रम संयोजक आत्माराम भट्टराई ने बाल क्लब को सक्रिय बनाने के लिये शिक्षकों ने निभानेवाली भूमिका की विषय में सहाजीकरण किया था । स्मरण रहे सेभ द चिल्डेन की साझेदारी बा“के युनेस्को क्लब ने नेपालगंज के १९ बिद्यालय और ५ पछाडी शहरी गरीबी बस्ती में सन् २०१५ से शिक्षा, बाल संरक्षण और बाल अधिकार शासन की क्षेत्र में एकिकृत रुप में सहयात्रा परियोजना सञ्चालन करते आ रही है ।



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