आईटम डाँस के चक्कर मे सरकार कीयोजना फेल होनेका डर : सप्तरी पटेर्वा का यूवा
मनोज बनैता, सप्तरी, १८मार्च। सप्तरी क्षेत्र न.६ अवस्थित पटेर्वा गाविस करिब एक वर्ष पहले खुला दिशा मुक्त क्षेत्र घोषणा हुवा था मगर अभी उसकी अवस्था वेहाल है । ओडिएफ के लिए लगे एनजिओ और आईएनजिओ सिर्फ अपना भत्ता लेकर चले गयें । सरकार ने खुल्ला दिसा मुक्त्त क्षेत्र घोषणा का जो मुहिम चलाया है उससे जनस्तर मे बहुत बदलाव लाने की अपेक्षा किया गया था मगर अफसोस इस मुहिम मे लगे सरोकावाला संस्थाओं ने ही अगर वेइमानी करे तो आखिर किया क्या जा सकता है ? देशी विदेशी संस्था को चाहिए कि शौचालय के भौतिक निमार्ण के साथ साथ जनचेतना मुलक कार्यक्रम मे भी भूमिका खेले मगर अफसोस वे सब भत्ता सेभिंग के चक्कर मे अपना कर्तव्य निर्वाह करते भी नही दिखा गया है । सप्तरी के पटेर्वा गाविस को करिब एक साल पहले खूल्ला दिशा मूक्त क्षेत्र घोषणा किया गया था मगर शौचालय का प्रयोग बहुत न्यून दिखा गया है । अगर भौतिक निमार्ण की ही बात करे तो दर्जनौ परिवार मे शौचालय पूर्ण निमार्ण नही है । स्थानिय भाग्यनारायण का कहना है कि ओडिएफ के निर्माण मे लगे संघ संस्थाओ ने ईतनी जल्दी ओडिएफ घोषणा कर दी जो मानो उन सभी का ट्रेन छुट रहा हो । उनका यह भी कहना है कि जब ओडिएफ घोषणा हुवा तभी करिबन एक दर्जन शौचालय निर्मार्ण होना बाँकी था । यादव के अनुसार ओडिएफ के दिन साँस्कृतिक प्रोग्राम के नामपर रेष्टुरेन्ट के लडकियों के अर्धनग्न अश्लिल नृत्य मे जो पैसे खर्च हुवा उस पैसे से दश गरिब परिवार के शौचालय बन सक्ता था मगर वैसे किया नही गया । सिर्फ मदिरा और आइटम डाँस मे करिबन एक लाख खर्च हुआ यादव का दावा है । पटेर्वा का एक युवा कहता है अगर हालात ऐसी ही रही तो आईटम डाँस के चक्कर मे सरकार की योजना फेल होने का डर है ।