डोल्पा, जहां मां अपने बेटा को पूजा करती है
डोल्पा, २१ दिसम्बर । नेपाल में कई ऐसे गांव है, जहां आश्चर्यपूर्ण संस्कृति पर्व है । इसीतरह के गांव में से है– जुम्ला और डोल्पा के कई गांव । यहां के कई गांव में बुधबार मां ने अपने बेटा को पूजा की है । विशेषतः यहां हर साल पौष शुक्ल द्वितीया के दिन मां अपने बेटा को पूजा करती है । दिपावली में जिसतरह हर बहन अपने भाई के दीर्घायु और सु–स्वास्थ्य के लिए टीका लगा कर राखी बांध देती है, उसीतरह इस पर्व में यहां हर मां अपने बेटा के लिए ऐसी ही कामना करते हुए पूजा करती है ।
पौष शुक्ल द्वितीया के दिन हर मां अपने पुत्र को टीका और माला लगा कर सगुन के रुप में सेल रोटी, फिनी रोटी, चिनी रोटी जैसे परिकार खाने के लिए देती है । साथ में रुपयां और कपडा उपहार के रुप में भी देती है । और कामना करती है कि अपने बेटा दीर्घायु और सुस्वस्थ हो सके । अगर किसी के पास अपने बेटा नहीं है तो वह मां मन्दिर में जा कर पुजारी के हाथ से खूद टीका लगाती है । उसके बाद घर–घर से पुरुष लोग गांव में जा कर ‘देउसी–भैली’ (एक प्रकार के सांस्कृतिक पर्व, जहां गीत गाकर डान्स किया जाता है) भी खेली जाती है ।