सीमा विवाद पर चीन और भूटान के बीच बातचीत अगले महीने
२४ फरवरी

सीमा विवाद पर चीन और भूटान के बीच बातचीत अगले महीने हो सकती है. यह दोनों देशों के बीच 25वें दौर की वार्ता होगी. इस बातचीत के लिए भूटान के पक्ष की अगुवाई वहां के विदेश मंत्री लोंपो दामचो दोरजी करेंगे. जबकि चीनी पक्ष वहां के उपविदेश मंत्री कोंग झुआनयू के नेतृत्व में बातचीत के लिए भूटान की राजधानी थिंपू पहुंचेगा.
चीन अैर भूटान के बीच बातचीत के फैसले से पहले भारत के बड़े अधिकारियों ने थिंपू का दौरा किया है. इनमें भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल, विदेश सचिव विजय गोखले और सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत शामिल हैं. इन सभी ने भूटान के शासन प्रमुख जिग्मे खेसर वांगचुक, उनके पिता और पूर्व राजा जिगमे दोरजी वांगचुक, प्रधानमंत्री शेरिंग तोगबे तथा अन्य भूटानी मंत्रियों से मुलाकात की. इन मुलाकातों के दौरान ही इस पर सहमति बनी कि चीन से सीमा विवाद पर वार्ता चलती रहनी चाहिए. इसमें भारत की भी पूरी सहमति है.
ग़ौरतलब है कि पिछले साल भूटान के अधिकार क्षेत्र वाले हिस्से डोकलाम पठार को लेकर भारत और चीन की सेनाएं 73 दिन तक आमने-सामने खड़ी रही थीं. क्योंकि चीन ने इस क्षेत्र को अपना बताकर यहां सड़क का निर्माण शुरू कर दिया था. यह जगह चूंकि भारत के लिए सामरिक महत्व की है और दूसरा उसने भूटान को सैन्य सुरक्षा का आश्वासन दे रखा है. इसी के चलते भारत को इस विवाद में कूदना पड़ा था और भूटान ने विवादित सीमा क्षेत्राें को लेकर चीन से बातचीत स्थगित कर दी थी. हालांकि अब स्थितियां कुछ हद तक सामान्य होने के बाद यह प्रक्रिया फिर शुरू हो रही है.