भारत के वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर का निधन, पीएम मोदी ने जतायी संवेदना
{हिमालिनी के लिए मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट}न ई दिल्ली: भारतीय पत्रकारिता जगत के प्रमुख हस्ताक्षर, वरिष्ठ पत्रकार व पूर्व राज्यसभा सांसद कुलदीप नैयर का निधन हो गया. वे 95 वर्ष के थे. वरिष्ठ पत्रकार श्री नैयर बीते तीन दिनों से राजधानी दिल्ली के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे. काफी समय में से उनकी तबियत खराब चल रही थी. बुधवार की रात करीब 12:30 बजे उन्होंने अंतिम सांसे ली. गुरुवार की दोपहर एक बजे नई दिल्ली के लोधी रोड स्थित घाट पर उनका अंतिम संस्कार संपन्न हुआ. इस मौके पर उनके पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों, पत्रकारों के अलावे भारी संख्या में उनके चाहने वाले मौजूद थे. लोधी रोड घाट पर सभी ने नम आंखों से देश के वरिष्ठ पत्रकार स्वर्गीय नैयर को अंतिम विदाई दी.
देश के वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनयिक कुलदीप नैयर के निधन पर पीएम मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. श्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि “इमरजेंसी के खिलाफ उनका कड़ा रुख, जनसेवा तथा बेहतर भारत के लिए उनकी प्रतिबद्धता को हमेशा याद रखा जाएगा…”
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कुलदीप नैयर के निधन पर दुख प्रकट किया है. नैयर के निधन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीलाल ने दुख जताया और ट्वीट किया कि वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर के निधन की बुरी खबर मिली. वह प्रेस की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ाई के लिए याद किये जाएंगे. उनके निधन से राष्ट्र को बड़ी हानि हुई है. वरिष्ठ पत्रकार नैयर के निधन पर पत्रकार प्रेस परिषद् ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है. परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा कृष्णदेव ने अपने शोक संदेश में कहा कि कुलदीप नैयर प्रतिभा के धनी एवं निडर पत्रकार थे. उन्होंने अपनी लेखनी को कभी विश्राम नहीं दिया. उनके निधन से भारतीय पत्रकारिता के एक युग का अंत हो गया है.
मालूम हो कि वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर कई किताबें लिख चुके हैं. भारत सरकार के प्रेस सूचना अधिकारी के पद पर कई वर्षों तक कार्य करने के बाद वे यू.एन.आई, पी.आई.बी., ‘द स्टैट्समैन’, ‘इण्डियन एक्सप्रेस’ के साथ लम्बे समय तक जुड़े रहे थे. वे पच्चीस वर्षों तक ‘द टाइम्स’ लंदन के संवाददाता भी रहे थे. गौरतलब है कि पत्रकारिता की दुनिया में कुलदीप नैयर पत्रकारिता अवार्ड भी दिया जाता है. 23 नवम्बर, 2015 को वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक कुलदीप नैयर को पत्रकारिता में आजीवन उपलब्धि के लिए रामनाथ गोयनका स्मृ़ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्हें यह पुरस्कार दिल्ली में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में केद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने प्रदान किया था. कुलदीप नैयर अगस्त, 1997 में राज्यसभा के मनोनीत सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए थे.