मैथिली भाषा में सरस्वती वन्दना रिलीज़
हिमालिनी डेस्क ।मातृभाषा की एक अलग बात होती है और उसमे भी अगर आपकी मातृभाषा मैथिली हो तब तो सोना पे सुहागा है क्योंकि मैथिली भाषा की मिठास से पूरी दुनियाँ अवगत है। और इस मिठास भाषा के एक सन्तान प्रकाश झा की फिल्म “जय गंगाजल” से बॉलीवुड में कदम रख चुके प्रवेश मल्लिक हों तब तो कहने को कुछ और नहीं रह जाता। प्रवेश मल्लिक का वो गीत “रे छौंड़ा तोरा बज्जर खस्तौ” के बोल का गीत १५ से अधिक भाषाओं में बनाया गया और तक़रीबन २० साल बाद भी उतना ही ताजा लगता है। हालांकि उनदिनों टेक्नोलोजी का इतना विकास नहीं हुआ था और वे ज़माने के संगीतकार अब सुनाई नहीं देते, यही है प्रवेश मल्लिक की विशेषता जो कल्ह, आज और कल सब में उतना ही फिट बैठते हैं। गौरतलव है पिछले साल कई अवार्डों से सम्मानित एक नेपाली फिल्म की गीत “समझना को सारंगी ” का संगीतकार प्रवेश मल्लिक ही है।
सुन्दर देव झा द्वारा रचित सरस्वती वन्दना “सरस्वती माता हे विद्या करियौ आहाँ दान” खास उन विद्यार्थियों को ध्यान में रखते हुए बनाया है जो अपने माता पिता या अपने घऱ को छोड़ कर छात्रावास् या गुरुकुल में रहते पढाई करते हैं और रोज सुबह और शाम को सरस्वती वन्दना (प्रार्थना) करते हैं।
गीत में स्वर दिया है सावनी मल्लिक , यशोदा सिंह , मेघा शिरोड़कर, दीपक कालरा , मोहित डोभाल और कुशाल शर्मा ने। वीडियो एडिटिंग उभरते हुए गायक प्रेम प्रकाश कर्ण ने और आप लोगों समक्ष लेके आया है एस के जे एंटरटेनमेंट के माध्यम से अमेरिकामें रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजिनियर सुजित कुमार झा ने। बॉलीवुड के क्वालिटी में बनाया गया ये मैथिलि वंदना बॉलीवुड के उत्तमता से कतई कम नहीं लगता।
इस सरस्वती वन्दना को देखने और सुनने केलिए इस निचे दिए गए लिंक को क्लिक कीजिये।
https://www.youtube.com/watch?v=4Al9UAo8R1A