आर्थिक रुप में संघीयता संकटग्रस्त हो रहा हैः सांसद् चौधरी
काठमांडू, ४ जून । नेपाली कांग्रेस के सांसद् विनोद कुमार चौधरी ने कहा है कि संघीयता आर्थिक रुप में संकटग्रस्त होता जा रहा है । उनका मानना है कि देश की खर्च इस तरह बढ़ रही है, जो कायम ही रहेगी तो संघीयता ही नहीं टिक पाएगी, देश आर्थिक रुप में संकटग्रस्त बन जाएगी ।
आर्थिक वर्ष २०७६–०७७ के लिए सरकार द्वारा विनियोजित बजेट के ऊपर मंगलबार आयोजित विचार–विमर्श में सहभागी होते हुए उद्योगपति भी रहे सांसद् चौधरी ने कहा कि राज्यकोष और सुरक्षा निकाय में इस तरह खर्च बढ़ रही है, जो देश की अर्थव्यवस्था से सम्भव नहीं है । उनका मानना है कि देश गम्भीर आर्थिक दुश्चक्र में फंसता जा रहा है । उन्होंने कहा– ‘सरकार की साइज और औकार मोटा होता जा रहा है, यह खूद के लिए बोझ है ।’
सांसद् चौधरी ने कहा कि गतिशील अर्थतन्त्र के लिए ६० प्रतिशत विकास खर्च और ४० प्रतिशत चालू खर्च होना चाहिए, जो नहीं हो रहा है । उन्होंने कहा कि बजेट में विकास खर्च के लिए जो अनुमानित बजट विनियोजन की गई है, वह भी खर्च करने की क्षमता सरकार के पास नहीं है । उनका मानना है कि निर्यात में ह«ास आना, आयात में वृद्धि होना, चालू खर्च के लिए उत्पादन से अधिक कर निर्धारण करना, ऐसी कई अवस्था है, जो देश को उपभोक्तावाद में खडा कर देगी ।
सांसद् चौधरी ने कहा कि आत्मनिर्भर अर्थतन्त्र के लिए कम से कम खाद्यान्न लगायत विभिन्न उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाना चाहिए और इसके लिए सरकार को योजना बनानी चाहिए । सांसद् चोधरी के अनुसार नेपाल आत्मनिर्भर बनने के लिए १२ क्षेत्र पहचान में आया है, लेकिन उन सभी क्षेत्रों में से सिमन्ट के अलवा अन्य कोई भी क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम नहीं है ।