समृद्धि के लिए शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन आवश्यकः डा. भट्टराई
काभ्रे, ९ जून । समाजवादी पार्टी नेपाल के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमन्त्री डा. बाबुराम भट्टराई ने कहा है कि समृद्धि के लिए हमारी शिक्षा प्रणाली में भी परिवर्तन आवश्यक है । उनका मानना है कि आज हमारे सामने जो शिक्षा प्रणाली है, उससे विकास और समृद्धि सम्भव नहीं है । अध्यक्ष डा. भट्टराई का कहना है कि हमारी शिक्षा प्रणाली सिर्फ किताबों में सिमित है और उसको कठस्थ करने से कोई भी व्यक्ति क्षमतावान नहीं हो सकता ।
काभ्रेपलाञ्चोक जिला पनौति स्थित सिद्धार्थ वनस्थली इन्स्टिच्युट द्वारा आइतबार आयोजित ‘शैक्षिक सामाग्री हस्तान्तरण तथा संघीय नेपाल में शिक्षा की महत्ता’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधन करते हुए डा. भट्टराई ने कहा– ‘संसार को समझने की और दलने की क्षमता हमारे शिक्षा प्रणाली से सम्भव नहीं है । शिक्षा ऐसी होनी चाहिए, जिससे चेतनास्तर में वृद्धि हो सके ।’ डा. भट्टराई को मानना है कि आधुनिक युग के लिए मन्दिर ही शिक्षालय है, उसके पूजारी शिक्षक और शिक्षिकाएं हैं । प्रयोगात्मक शिक्षा पर जोर देते हुए डा. भट्टराई ने कहा है कि अमेरिका लगायत विकसित देश धन–दौलत से नहीं, गुणस्तरी शिक्षा से बनी है ।
कार्यक्रम को सम्बोधन करते हुए काठमांडू विश्वविद्यालय के उपकुलपति डा. रामकाण्ड मकाजु श्रेष्ठ ने कहा कि शिक्षा ही विद्यार्थी को शक्तिशाली बनाती है, ऐसे शिक्षा प्रदान करनेवाले शिक्षकों को आदर करना विद्यार्थी का कर्तव्य है । पनौती नगरपालिका के प्रमुख भीम न्यौपाने ने कहा कि नगर के अन्दर गुणस्तरीय शिक्षा के लिए नगरपालिका भी काम कर रही है ।