पुनः किड्नी प्रत्यारोपण की तैयारी में प्रधानमन्त्री ! इस्तिफा के लिए शुरु हो गया बहस !!
काठमांडू, १७ नवम्बर । प्रधानमन्त्री केपीशर्मा ओली किड्नी (मुत्र रोग) से पीडित मरीज हैं । शनिबार ही ग्राण्डी इन्टरनेशनल हस्पिटल में प्रधानमन्त्री की हेमोडायलासिस भी की गई । क्रियाटिनिन की अवस्था नियन्त्रण के लिए यह डायलासिस की गई है । चिकित्सकों ने सल्लाह दी है कि अब नियमित डायलासिस या पुनः किड्नी की प्रत्यारोपण का विकल्प नही है । अधिकांश चिकित्सकों का सलाह है कि पुनः किड्नी प्रत्यारोपण ही ठीक रहेगा । प्रधानमन्त्री एवं परिवारजन भी पुनः किड्नी प्रत्यारोपण की मनस्थिति में हैं । लेकिन प्रत्यारोपण स्वदेश में करना है या विदेश में, इसका तय होना बांकी है ।
प्रधानमन्त्री कि किड्नी प्रत्यारोपण संबंधी बहस के साथ–साथ उनकी इस्तिफा संबंधी बहस भी राजनीतिक बाजार में आने लगा है । किड्नी प्रत्यारोपण करने के बाद न्यूनतम ३ महीने से ५ महीने तक की पूर्ण आराम की जरुरत पड़ता है । इसीलिए कई लोगों का मानना है कि ऐसी अवस्था में उनको पद से इस्तिफा देना ही बेहतर हैं । कुछ दिन पहले नेकपा के अन्दर ही इसके संबंध में एक अनौपचारिक बहस हुई थी । उस समय कुछ संचार माध्यम एवं सामाजिक संजालों में अनुमानित समाचार आया था कि प्रधानमन्त्री ओली अपनी पद से इस्तिफा दे रहे हें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ । समाचार स्रोतका कहना है कि प्रधानमन्त्री ओली इस्तिफा नहीं, कार्यवाहक जिम्मेदारी देकर आराम करना चाहते हैं ।
समाचार स्रोत के अनुसार प्रधानमन्त्री ओली रक्षा तथा उप–प्रधानमन्त्री ईश्वर पोखरल को कार्यवाहक प्रधानमन्त्री और पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड को कार्यकारी पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी देकर किड्नी प्रत्यारोपण तथा आराम करने की मनस्थिति में हैं । इसके लिए उन्होंने अपने निकट कुछ लोगों से बातचीत भी किए हैं । लेकिन प्रधानमन्त्री सर्कल से बाहर रहे राजनीतिक वृत्त में उनकी इस्तिफा संबंधी विषयों को लेकर ज्यादा बहस होने लगी है ।