उपरथि के नेतृत्व में महानिर्देशनालय
काठमांडू, १४ दिसम्बर । सेना समायोजन विशेष समिति ने नेपाली सेना और माओवादी लडाकूओं को समेट कर उपरथी (मेजर जनरल) के नेतृत्व में राष्ट्र विकास, वन तथा पर्यावरण सुरक्षा तथा विपत व्यवस्थापन सम्बन्धी अलग महानिर्देशनालय गठन करने का निर्णय किया है । माओवादी लडाकूओं को रेखदेख, समायोजन और पुनस्थापना के लिए गठित विशेष समिति का बिहीबार सम्पन्न बैठक ने उक्त निर्णय किया है ।
नये बानेश्वर स्थित समिति के सचिवालय में हुए उक्त बैठक ने महानिर्देशनलाय के लिए कूल ४ हजार १ सौ ७१ सैनिक में से २७ सौ ११ नेपाली सेना के तरफ से और १ हजार ४ सौ ६० माओवादी लडाकूओं को रखने का निर्णय भी किया है । समिति के यह निर्णय के बाद नेपाली सेना को महानिर्देशनालय निर्माण करने के लिए रास्ता खुला है ।
समिति के अनुसार महानिर्देशनालय में एक उपरथी सहित ४सहायक रथी (ब्रिगेडियर जनरल) ७ महासेनानी ७, २८ प्रमुख सेनानी ४ प्राविधिक प्रमुख सेनानी, १ लेखा प्रमुख सेनानी १, ७८ सेनानी, ९० सहसेनानी, ४८ उपसेनानी, ३ सय ९ पदिक, लगायत रहने की बात मूख्य सचिव लीलामणि पौडेल ने बताया है ।
महानिर्देशनालय के नेतृत्व उपरथी करेगा, यह बात तो होगया है लेकिन उपरथी के नेतृत्व माओवादी लडाकू के हाथ में जाएगा या नेपाली सेना इस के नेतृत्व करेगी, इसका कोई भी निर्णय नहीं हुआ है । इससे पहले एकीकृत माओवादी ने महानिर्देशनालय में अपने तरफ से एक मेजर जनरल रहने की बात बताया था लेकिन अन्य दलों ने इस में असहमति जनाने के कारण उक्त विषय में कुछ भी सहमति नहीं बन पाई थी ।