बंगाल की खाड़ी में नाव के पलट जाने से 15 रोहिंग्या शरणार्थियों की मौत
दक्षिण बांग्लादेश के निकट अवैध रूप से मलेशिया जाने की कोशिश करते हुए बंगाल की खाड़ी में एक नाव के पलट जाने से कम से कम 15 रोहिंग्या शरणार्थियों की मंगलवार को मौत हो गई, बांग्लादेश के एक तटरक्षक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। 77लोगों को बचाया गया है, जबकि 40 अन्य लापता हैं। तटरक्षक के मीडिया अधिकारी लेफ्टिनेंट हयात इब्ना सिद्दीकी ने बताया कि यह दुर्घटना सेंट मार्टिन द्वीप के पास सुबह लगभग 7 बजे नाव से एक पत्थर के टकराने के बाद हुई।
तटरक्षक कमांडर नईम उल हक ने बताया कि अब तक 15 शव मिले हैं, 70 लोगों को बचाया गया। उन्होंने बताया कि सेंट मार्टिन द्वीप के निकट तटरक्षक की नावें अब भी तलाश कर रही हैं। म्यामांर में 2017 में सैन्य कार्रवाई से घबराकर भागे 7,00,000 से अधिक रोहिंग्या बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों को छोड़कर समुद्री मार्ग से मलेशिया जाने का प्रयास कर रहे हैं।बताया जा रहा है कि पीड़ितों में ज्यादातर महिलाएं, कॉक्स बाजार के टेकनाफ और उखिया अपज़िला में स्थित विभिन्न रोहिंग्या शिविरों के निवासी हैं। तटरक्षक बल के मीडिया अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर एम हमीदुल इस्लाम ने कहा कि कम से कम 300 लोगों ने सोमवार रात मोनाखली के लिए यात्रा शुरू की थी। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।
बता दें कि वर्ष 2017 में म्यांमार के रखाइन प्रांत में सेना की कार्रवाई के बाद सात लाख से ज्यादा रोहिंग्या मुस्लिमों ने बांग्लादेश में शरण ली थी। कॉक्स बाजार के शरणार्थी शिविरों में रहने वाले ये रोहिंग्या अवैध रूप से पड़ोसी मुल्कों में दाखिल होने की कोशिश करते रहते हैं। मानव तस्करों की मदद से दूसरे देश जाने के चक्कर में ये लोग अक्सर समुद्र में हादसे का शिकार हो जाते हैं।