समाजवादी और राजपा बीच एकीकरण प्रक्रिया में ब्रेक
१२ मार्च, काठमांडू । राजनीतिक बजारा में चर्चा में थी कि राष्ट्रीय जनता पार्टी (राजपा) नेपाल और समाजवादी पार्टी बीच पार्टी एकीकरण होने जा रहा है, लेकिन उक्त एकता प्रक्रिया में ब्रेक लग गया है । दो दलों के बीच एकीकरण के लिये नेताओं बीच बातचीत भी बन्द है ।
पहले दोनों दलों के नेताओं के बीच एककीकरण के सम्बन्ध में नियमित चर्चा होती थी परन्तु अभी वह चर्चा बन्द है । समाजवादी पार्टी सरकार में होते समय राजपा नेपाल का अध्यक्षमण्डल का सदस्य तथा वार्ता समिति का संयोजक राजेन्द्र महतो इस विषय पर नियमित वार्ता तथा चर्चा करते थे ।
बताया गया था कि चर्चा के क्रम में एकीकरण के लिये पार्टी का नाम, झण्डा, पार्टी की कार्यदिशा, राजनीति दस्तावेज इत्यादि विषय के लिये बात मिल गई थी । सिर्फ नेताओं का व्यवस्थापन अर्थात् पद बंटवारा विषय मिलाना बांकी था । राजपा बार–बार समाजवादी पार्टी को सरकार से बाहर निकलने के लिये बोलता था, तभी हम एकीकरण के लिये अग्रसर होंगे ।
परन्तु जब समाजवादी पार्टी सरकार से बाहर आई तो राजपा ने वार्ता करना ही छोड दिया है । राजपा नेपाल का अध्यक्षमण्डल का सदस्य राजेन्द्र महतो ने वार्ता बन्द किया था पर अध्यक्षमण्डल संयोजक महेन्द्र राय यादव वार्ता को निरन्तरता दिया था । और समाजवादी पार्टी का अध्यक्ष उपेन्द्र यादव के साथ नियमित चर्चा भी जारी रखा था । परन्तु राजपा नेपाल में एकीकरण के लिये बात नहीं मिलने पर अनौपचारिक वार्ता भी स्थगित होते हुये दिखाई देता है ।
राजपा नेपाल का अध्यक्षमण्डल का संयोजक यादव ने बताया कि हम विश्वस्त हैं कि दोनों दलों के बीच एकीकरण होगा उससे पहले पार्टी के अन्दर एकीकरण के सम्बन्ध में निष्कर्ष निकालना होगा ।
समाजवादी पार्टी का कहना है कि हमारे पार्टी से सिर्फ दो व्यक्ति अध्यक्ष के रुप में रहेंगे परन्तु राजपा के तरफ से ५ लोग अध्यक्ष पद के लिये उत्सुक दिखाई दे रहें हैं जो सम्भव नहीं है । राजपा नेपाल का अध्यक्षमण्डल का सदस्य महन्थ ठाकुर को वरियता के क्रम में सबसे ऊपर रखने के लिये समाजवादी पार्टी तैयार है ।
समाजवादी पार्टी का महासचिव एवम् वार्ता समिति का सदस्य रामसहाय यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी एकता के लिये तैयार है परन्तु राजपा नेपाल के तरफ से ही कोई निर्णय नहीं हो पाया है । उन्होंने बताया कि नेताओं के बीच फिलहाल चर्चा भी बन्द है क्योंकि समाजवादी पार्टी अभियान में लगी हुयी है, सभी नेता व्यस्त होने के कारण वार्ता नहीं कर पा रहे हैं । उन्होंने बताया कि राजपा में ही समस्या दिखाई दे रहा है । पहले वो अपने पार्टी के अन्दर की समस्या का समाधान करें फिर एकीकरण प्रक्रिया आगे बढाई जायेगी ।