धनुषा स्थित सीमा क्षेत्र में सयों भारतीय नागरिक, जो घर जाने की प्रतिक्षा में हैं
जनकपुरधाम, २९ मई । धनुषा जिला स्थित नेपाल–भारत सीमा क्षेत्र जटही में सयों भारतीय नागरिक फसे हुए हैं, वे लोग घर (भारत) प्रवेश करना चाहते हैं, लेकिन प्रवेश नहीं पा रहे हैं । नेपाल में मजदूरी कर जीवन निर्वाह करनेवाले उन लोगों को भारतीय सुरक्षा बल (एसएसबी) ने ही रोक कर रख दिया है ।
गत बुधबार धनुषा में एक युवा की मौत हो गई थी । उक्त घटना के बाद धनुषा जिला प्रशासन कार्यालय ने जटही और खजुरी नाका अनिश्चितकाल के लिए बंद किया है । ऐसी ही अवस्था में भारत प्रवेश के लिए स–परिवार पांव–प्रदल जटही पहुँचनेवाले भारतीय नागरिकों को भी एसएसबी ने सीमा क्षेत्र प्रवेश में रोक लगा दी है । सीमा क्षेत्र, जहां रहने के लिए कोई घर–टहरा भी नहीं है, वे लोग सार्वजनिक स्थल में ही कष्टकर जीवन जीने के लिए बाध्य हैं ।
धनुषा जिला के सहायक प्रमुख जिला अधिकारी सरद पोखरेल का कहना है कि भारतीय पक्ष की ओर से भातर प्रवेश करनेवालों को प्रवेश मिलता है या नहीं, यह नेपाल की क्षेत्रधिकार नहीं है । लेकिन भारत से नेपाल आने के लिए धनुषा जिला स्थित भिठ्ठामोड और सिरहा जिला स्थित माडर नाका खुला है । जटही नाका में फसे भारतीय नागरिकों को सीमा में रहे सशस्त्र पुलिस और स्थानीय बासियों ने भोजन की व्यवस्थापन किया है । जटही नाका में लगभग ३०० भारतीय नागरिक फसे हैं, जो भारत जाने की प्रतिक्षा में हैं ।