Thu. Mar 28th, 2024

काठमांडू।



न्यू रोड व्यवसायी विकास अग्रवाल की लूट में शामिल दो पुलिसकर्मियों सहित चार लोगों को अदालत के आदेश से सुनवाई के लिए हिरासत में लिया गया है।

कांस्टेबल धीरन बिस्ट और जवान बिक्रम चंद को क्राइम ब्रांच ने 10 गते असार को  विशाल बाजार में एक कैमरा व्यापारी, अग्रवाल से 10  रुपये लूटने के आरोप में गिरफ्तार किया था। काठमांडू के मेट्रोपॉलिटन पुलिस कैंपस में कार्यरत कांस्टेबल धीरन विष्ट पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्यामलाल ज्ञवाली के संरक्षक हैं।

काठमांडू जिला अदालत ने रेनू श्रेष्ठ, जो सम्वृद्ध सहकारी की कैशियर, और सहकारी के पूर्व कर्मचारी सौरभ अधिकारी को ‘लूटपाट मामले’ में सुनवाई के लिए हिरासत में भेज दिया है। काठमांडू मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अनुसार, उन्हें सुन्धारा सेंट्रल जेल में हिरासत में भेज दिया गया है।

पुलिस जांच से यह पता चला है कि कॉन्स्टेबल बिस्ट, जवान चंद और सौरभ ने कैशियर रेनू द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर सहकारी से ली गई 17 लाख में से 10 लाख लूट लिया ।

पुलिस कांस्टेबल चंद महाराजगंज में गण नंबर 2 में काम कर रहा था। कांस्टेबल बिस्ट काठमांडू मेट्रोपॉलिटन पुलिस का एक कॉन्स्टेबल है। सादे कपड़ों में, एसएसपी केवल अपने विश्वासपात्रों को ही नियुक्त करता है।



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