स्पेस में पढ़ने के लिए उपनिषद और गीता लेकर गईं थी सुनीता विलियम्स ।
भारतीय मूल की अमरीकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स इन दिनों भारत में हैं । इसी क्रम में वे दिल्ली के नेशनल साइंस सेंटर में छात्रों से मिलीं और अंतरिक्ष यात्रा के अपने अनुभव बाँटें।
47 वर्षीय सुनीता विलियम्स ने कहा कि अंतरिक्ष अदभुत जगह है और अब वहाँ उन्हें घर की तरह महसूस होता है । किसी भी महिला अंतरिक्षयात्री की ओर से सबसे लंबा स्पेसवॉक करने का रिकॉर्ड सुनीता विलियम्स के नाम है। दो अंतरिक्ष मिशन पर जा चुकीं सुनीता ने 322 दिन अंतरिक्ष में बिताए हैं ।
लेकिन उनका मानना है कि रिकॉर्ड बनते ही टूटने के लिए हैं और उन्हें उम्मीद है कि उनका भी रिकॉर्ड ज़रूर टूटेगा ।
उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे वही काम करें, जिनमें उन्हें मज़ा आता है ।
अंतरिक्ष में समोसे
सुनीता ने कहा, “जब मैं पहली बार अंतरिक्ष में गई तो मैं नर्वस थी । ये काफ़ी जटिल प्रक्रिया है। लेकिन मैं ये करना चाहती थी, इसलिए मैंने ये किया । मैं फिर अंतरिक्ष मिशन पर जाना चाहूँगी और वहाँ हो रहे प्रयोग में अपना योगदान देना चाहूँगी ।”
भारतीय खाने की तारीफों के पुल बांधते हुए सुनीता ने कहा कि भारतीय खाने से कोई ऊब ही नहीं सकता ।
उन्होंने ये राज़ भी छात्रों से बाँटा कि वे अंतरिक्ष में समोसे लेकर गई थीं । साथ ही वे पढ़ने के लिए उपनिषद और गीता भी लेकर गईं थी ।
सुनीता विलियम्स तीन और चार अप्रैल को मुंबई में रहेंगी और फिर उनका गुजरात जाने का भी कार्यक्रम हैं, जहाँ से उनके पिता हैं । इससे पहले अक्तूबर 2007 में सुनीता विलियम्स भारत आई थी ।