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ड्रैगन के चक्रव्यूह में उरगई मुस्लिम ?…रुचि सिंह

ड्रैगन पूरे विश्व में विस्तार वादी निती के लिए बदनाम हो चुका है। चीन 1949 से पूर्वी तुर्कीस्तान पर अपने कब्जे के बाद से ही उइगरमुसलमानों पर अत्याचार करना शुरू कर दिया था। अब अपने मुस्लिम बहुल प्रदेश शिनजियांग में उइगर मुसलमानों के साथ लगातार नरसंहार तक कर रहा है।बच्चों को कुरान पढऩे से रोकना मस्जिद जाने में पाबंदी दाड़ी बड़ाने में रोक इस्लामिक नाम रखने में पाबन्दी चीनी भाषा नहीं आने पर नौकरी नहीं देना।सवाल यह पैदा होता. है कि आखिर उइगर मुसलमान कौन है?उइगर मध्य एशिया में रहने वाले तुर्क समुदाय के है।उइगर जंगार तरपान बेसिन उइगर तामिर है।इनके इलाकों को तुर्कीस्तान उर्गिस्तान चीनी तुर्किस्तान के नाम से मशहूर हैं।इनकी सीमाएं रूस कजाकिस्तान किर्गिस्तान मंगोलिया पाकिस्तान भारत अफगानिस्तान के साथ साथ चीन के गासू चिंघाई तिब्बत स्वायत झेत्र से मिलतीं है।लिहाजा चीन में इसे शिजियांग उइगर स्वायत यह इलाका चीन के झेत्र फल का छठा हिस्सा माना. जाता. है।तुर्की समुदाय से इतिहास के मुताबिक एशियाई देशों के साथ रहने के कारण सबसे ज्यादा उइगर चीन के शिजियांग को सिल्क रूट भी कहा जाता. है ड्रै गन के आधिकारिक श्वेत पत्र के अनुसार यहाँ दो करोड़ मुस्लिम है । उइगर हुई मुसलमानों की आबादी लगभग बराबर ही है.ड्रेगन ने अपने फायदे के लिए उइगर मुस्लिम महिलाओं को भी नहीं छोड़ा है।उनके साथ बल्तकार नसबंदी परिवार नियोजन के साधन लगाने बच्चे पैदा करने.पर रोक सिर मुडवाना इनके बालों को व्यापार में इस्तेमाल करना पुरुषों की नसबंदी करना।उइगर मुसलमान हज पर नही जा पाये इसके लिए नये कानून बना डालना।पराकाष्टा की हदें चाचा चीन पार कर रहे है।काबिलेगौर हैकि चीन उइगर मुसलमानों को शिनजियांग में डिटेशन कैप में रख कर तरह तरह की यातनाएं देने की बात सामने आ रही है। डैगन केवल 11 लाख उइगर मुसलमानों की बात करता हैकि उसने डिटेशन कैप में रखा है।जबकि खुफिया दस्तावेजों के मुताबिक डिटेशन कैप में लगभग 80लाख मुसलमान कैंद है।धार्मिक अतिवाद को रोकने के नाम पर डैगन अपनी चाल को अंजाम दे रहा. है।उइगर मुस्लिम को प्रताड़ित के अलावा नरसंहार भी कर रहा है।इनको मार कर अंगो की तस्करी भी की जाती है।क ई मानवाधिकार संगठनों ने भी यहीं आरोप लगाए है।गौरतलबहै कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार राबर्ट ओ ब्रायन ने एस्पेन इंस्टीट्यूट के आँनलाईन कार्यक्रम में इस बात का खुलासा किया कि चीन उइगर मुसलमानों को लोगों के इलाज के लिए उनका नरसंहार कर रहा है.चीन इन आरोपों का खंडन करता है।बल्कि चीन की कम्युनिस्ट सरकार डिटेशन कैंप को प्रशिक्षण केन्द्र का नाम देता है चाचा चीन का यह भी कहना हैकि उइगर मुसलमानों को उग्रवादियों से मुकाबला करनेके लिए प्रशिक्षण केन्द्र में ट्रेनिग दी जाती है .अतः चीन के शिनजियांग के मानव बाल से निर्मित बडे़ पैमाने पर उत्पादनों को अमेरिकी बार्डर कस्टम ने बरामद किया है .इसकेलिए उइगर मुस्लिम महिलाओं कै बाल चीन लगातार उनके सिर मुडवाना जारी रखे हुए है।
काबिलेगौर हैकि उइगर मुसलमानों पर होते अत्याचार पर कोई भी मुस्लिम देश नेविरोध करने का बेड़ा नहीं उठाया है।मुस्लिम देशों का रवैया इसलिए हैरान करनेवाले है कि विश्व में ज्यादातर
ड् मुस्लिम देश आर्थिक मदद के लिए मोहताज रहते है।अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट वन बेल्ट वन रोड ,ड्रेगन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है इसमें 30 मुस्लिम देश भी शामिल है।डैगन ने ईरान में 29 लाख करोड़ पाकिस्तान में 4.47से ज्यादा निवेश कर रखा है।मलेशिया में एफ.डी.आई.का 45/ हिस्सा भी चाचा चीन का है।खाडी़ देशों से सबसे ज्यादा तेल का आयात डैगन ही करता है।चीन लगातार उइगर मुसलमानों को आतंकित करने में कोई कसर नहीं छोड़ता है।लिहाजा अब वक्त आ गया हैकि चीन की क्रूरता दोगली निती जमीनी विस्तार वाद उइगर मुसलमानों के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठने लगी है।नेपाल से ड्रेगन के खिलाफ लगातार विस्तार वाद और उइगर मुस्लिमों के लिए आवाज उठ रही है। वक्त रहतें यदि चाचा चीन नहीं नहीं औकात पर नहीं आते है तो कहीं अपने ही बुने चक्रव्यूह में फंस कर नहीं रह जाए।…

रुचि सिंह ………..वरिष्ठ पत्रकार

 

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