स्वीडिश कवि ने जीता साहित्य का नोबल
स्टॉकहोम। साल 2011 का साहित्य का नोबल स्वीडन के कवि टॉमस ट्रांसट्रॉमर ने जीता है। स्वीडिश अकादमी ने मानव मस्तिष्क के अतियथार्थवादी रहस्यमयी चित्रण करने के लिए उन्हें चुना है।
ट्रांसट्रॉमर यह पुरस्कार पाने वाले आठवें यूरोपीय हैं। इसके पहले जर्मनी की उपन्यासकार हर्ता मुलर, फ्रांस के लेखक ली क्लेजिया ने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता था।
ट्रांसट्रॉमर मूलत कवि हैं और उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा स्वीडन में हुई है।
स्वीडिश भाषा में लिखने वाले ट्रांसट्रॉमर की कविताओं का अनुवाद 1997 में रॉबिन फुल्टन ने किया।
ौरतलब है कि साहित्य के नोबल के लिए भारत की तरफ से राजस्थान के विजयदान देथा को नामांकित किया गया था।