संसद् में ओली ने प्रधानमन्त्री से प्रश्न किया– लिम्पियाधुरा, लिपुलेक और कालापानी वापस करना है या नहीं ?
काठमांडू, २६ मई । नेकपा एमाले के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमन्त्री केपीशर्मा ओली ने प्रधानमन्त्री शेरबहादुर देउवा से प्रश्न किया है कि लिम्पियाधुरा, लिपुलेक और कालापानी नेपाली भूमि है या नहीं ? इसका जबाव जनता खोज रही है । उल्लेखित भूमि को नेपाल का हिस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि उसको वापस करने के लिए वर्तमान सरकार कोई भी प्रयास नहीं कर रहा है । ओली का मानना है कि इस सवाल में सरकार कायरता प्रस्तुत कर रही है ।
आगामी आर्थिक वर्ष के लिए सरकार द्वारा प्रस्तुत नीति तथा कार्यक्रम संबंधी बहस के लिए आज बिहिबार आयोजित संसद् बैठक को सम्बोधन करते हुए अध्यक्ष ओली ने कहा– ‘मुझे शरम का महसूस हो रहा है, इससे अधिक कायरता और क्या हो सकता है ? लिम्पियाधुरा, लिपुलेक और कालापानी नेपाली भूमि है या नहीं ? सरकार कि जबाव क्या है ? उक्त भूमि वापस लाया जाएगा, ऐसा कहने की हिम्मत क्या सरकार के पास नहीं है ? आगर नेपाली भूमि वापस करने की प्रतिबद्धता नहीं होती है तो सरकार की प्राथमिकता क्या है ?’