माता कालरात्रि सभी प्रकार के नकारात्मक शक्तियों की विनाशक हैं, आज रात्रि कालस्त्रोत्तम का पाठ करें
माता कालरात्रि को सभी प्रकार के नकारात्मक शक्तियों का विनाशक माना जाता है। शास्त्रों में माता को प्रसन्न करने के लिए कई मंत्र (Mata Kalaratri Mantra) और स्तोत्र का उल्लेख किया गया है। महासप्तमी के दिन माता कालरात्रि के मंत्र का शुद्ध उच्चारण करने से व्यक्ति के सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं। साथ ही वह किसी भी प्रकार के भय से मुक्त हो जाता है। माता के आशीर्वाद के लिए कालरात्रि स्तोत्रम् को बहुत ही प्रभावशली माना जाता है।
!! ध्यान !!
करालवदनां घोरांमुक्तकेशींचतुर्भुताम् ।
कालरात्रिंकरालिंकादिव्यांविद्युत्मालाविभूषिताम् ।।
दिव्य लौहवज्रखड्ग वामाघोर्ध्वकराम्बुजाम् ।
अभयंवरदांचैवदक्षिणोध्र्वाघ:पाणिकाम् ।।
महामेघप्रभांश्यामांतथा चैपगर्दभारूढां ।
घोरदंष्टाकारालास्यांपीनोन्नतपयोधराम् ।।
सुख प्रसन्न वदनास्मेरानसरोरूहाम् ।
एवं संचियन्तयेत्कालरात्रिंसर्वकामसमृद्धिधदाम् ।।
!! कालरात्रि स्तोत्रम् !! (Kalratri Stotram)
हीं कालरात्रि श्रींकराली चक्लींकल्याणी कलावती ।
कालमाताकलिदर्पध्नीकमदींशकृपन्विता ।।
कामबीजजपान्दाकमबीजस्वरूपिणी ।
कुमतिघन्कुलीनार्तिनशिनीकुल कामिनी ।।
क्लींहीं श्रींमंत्रवर्णेनकालकण्टकघातिनी ।
कृपामयीकृपाधाराकृपापाराकृपागमा ।।