‘नो नट अगेन’ अभियान विरुद्ध डा.केसी का अवज्ञा चेतावनी
काठमांडू, २८ अक्टूबर – अभिव्यक्ति स्वतंत्रता या वाक स्वतंत्रता किसी भी व्यक्ति या समुदाय द्वारा अपने मत और विचार को प्रकट करने का अधिकार है । लेकिन निर्वाचन आयोग ने ‘नो नट अगेन’ जैसे पेज और ग्रुप को तत्काल हटाने का आग्रह किया है ।
निर्वाचन आयोग के इस फैसले का बहुत से लोगों ने विरोध भी किया है । एक तरह से कहें तो ये वाक् स्वतंत्रता के उपर प्रतिबंध लगाना है । विरोध करने वालों में अभियानी डा. गोविन्द केसी भी हैं । चिकित्सा शिक्षा सुधार के अभियान में लगे डा. गोविन्द केसी ने के ‘नो नट अगेन’ अभियान विरुद्ध निर्वाचन आयोग ने जारी किए गए निर्देशन के अवज्ञा करने की चेतावनी दी है ।
उन्होंने एक विज्ञप्ति जारी करके आयोग को अपना निर्देशन वापस लेने का आग्रह किया है और यदि ऐसा नहीं होता है तो आयोग के निर्देशन के विरुद्ध अहिंसात्मक अवज्ञा अभियान शुरु करने की चेतावनी दी है ।
अपने विज्ञप्ति में उन्होंने लिखा है कि आयोग के पदाधिकारी ने आम निर्वाचन को स्वच्छ, स्वतन्त्र और निर्भय युक्त बनाने से भी ज्यादा नागरिक के विचार तथा अभिव्यक्ति स्वतन्त्रता में अंकुश लगाने का काम किया है । उन्होंने विज्ञप्ति द्वारा कहा है कि ‘वर्तमान राष्ट्रिय राजनीति में वर्षो से कब्जा करके बैठे हुए भ्रष्ट सिन्डिकेट के निरन्तरता के लिए निर्वाचन आयोग के पदाधिकारियों ने पदीय दुरुपयोग करके गुलामी किया है ।