Mon. Nov 17th, 2025
English मे देखने के लिए क्लिक करें

15 वर्षीय नाबालिग लड़की को फुसलाकर ले जाने में मोहम्मद आलमगीर मियाँ हुआ गिरफ्तार…

“मानव तस्करी रोधी ईकाई क्षेत्रक मुख्यालय” (बेतिया) कार्यालय 47वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल रक्सौल, पूर्वी चंपारण, बिहार –845305 (एएचटीयू) भारत नेपाल बौर्डर पर मानव तस्करी पर रोकथाम का कार्य कर रही है. यह एसएसबी की चार वाहिनियाँ (21वीं बगहा, 44वीं नरकटियागंज, 47वीं रक्सौल, 65वीं बेतिया) के कार्य क्षेत्रों में मानव तस्करी रोकथाम के लिए श्रेष्ठतम कार्य करने के प्रयोजन निरंतरता से लगी है. साथ ही आसूचना पर अन्य राज्यों से भी मानव तस्करी का शिकार नाबालिगों कों रेक्स्यु कर उद्दार किया जाता है, इसी सन्दर्भ में एएचटीयू क्षे. मु. ने “मिशन निर्भया” प्रोग्राम लांच कर रखा है.

रक्सौल क्षेत्र के एक गाँव के कुछ निवासीयों ने पुलिस में दिनांक 23.12.2023 एक प्राथमिकी अंकित करवाई गयी कि नाबालिग लड़की अंजना कुमारी (बदला हुआ नाम) उम्र 15 वर्षीय को दिनांक 12.12.2023 को शाम लगभग 2100 बजे घर के पास से गायब हो गयी, किन्तु बहुत घन्टों तक वापस नहीं आई अत: खोजबीन कि गयी तो किसी से संज्ञान में आया कि उसकी पुत्री को एक व्यक्ति मोहम्मद आलमगीर मियाँ बहलाफुसला कर कहीं ले कर भाग गया है और उसने डर जताया कि उसकी पुत्री को गलत तरीके से कहीं बेच ना दिया हो. अत: प्राथमिकी में, भारतीय दण्ड संहिता 363/366 (A) व् पोक्सो एक्ट की धारा 08 के अंतर्गत दर्ज की गयी थी.

यह भी पढें   एनपीएल के टिकट की कीमतें सार्वजनिक

इस सन्दर्भ में मानव तस्करी रोधी इकाई (ए.एच.टी.यू.) क्षेत्रक मुख्यालय एसएसबी के इन्स्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा से पुलिस द्वारा सम्पर्क किया गया जिससे नाबालिग पीड़ित लड़की को शीघ्रता से रेस्क्यू किया जा सके, अत: ए.एच.टी.यू. उपरोक्त पीड़ित लड़की के बारे में आसूचना प्राप्त कर जानकारी निकाली कि मोहम्मद आलमगीर मियाँ नाबालिग लड़की लालसा कुमारी (उम्र-15) को दिल्ली के आसपास क्षेत्र में ले गया है और बार वहां अपनी लोकेशन बदल रहा है.
इसके लिए मा०त०रो०ई० क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस और एनजीओ मिशन मुक्ति फाउंडेशन के सहयोग से लड़की को सेक्टर 63 नोयडा से रात 11 बजे रेक्स्यु किया और मोहम्मद आलमगीर मियाँ को धर दबोचा गया इसके बाद रक्सौल पुलिस दोनों को बिहार वापस लायी अपराधी को जेल भेजा गया.
इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने कहा गरीब हिन्दू परिवारों की नाबालिग लड़कीयां बहुत अधिक मानव तस्करी का शिकार हो रही हैं जो कि एक बहुत गंभीर समस्या है उन्होंने कहा कि गृहमंत्रालय ने कुछ समय पहले जानकारी दी थी कि 14 लाख लड़कियां मानव तस्करी का शिकार हुई हैं अत: प्रेम प्रसंग जैसे मामलों को अधिक गंभीरता से लेने का समय आ गया है आज महानगरों में रेड लाईट एरिया में प्रेम प्रसंग के नाम पर लायी गयी लड़कियों की संख्या बहुत अधिक है इस पर समाज में जागरूकता बहुत आवश्यक है. इसी सन्दर्भ में “मानव तस्करी रोधी ईकाई क्षेत्रक मुख्यालय” (बेतिया)सशस्त्र सीमा बल इन पीडिताओं को बचाने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा.

About Author

आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *