बाँके में पत्रकार सहित ५ श्रष्टा सम्मानित
नेपालगन्ज/(बाँके) पवन जायसवाल । भेरी साहित्य समाज केन्द्रीय समितिको ७ वीं अधिवेशन ने माघ २७ गते शनिवार को पत्रकार सहित ५ साहित्यकारों को नेपालगञ्ज में सम्मान किया है ।
भेरी साहित्य समाज केन्द्रीय समिति के महासचिव तथा विश्व नेपाली साहित्य महासंघ नेपाल लुम्बिनी प्रदेश अध्यक्ष लेक प्रसाद प्याकुरेल और भेरी साहित्य समाज केन्द्रीय समिति सदस्य मीना बरालद्वारा सञ्चालित भेरी साहित्य समाज केन्द्रीय समिति के अध्यक्ष हरि प्रसाद तिमिल्सिना के अध्यक्षता में सम्पन्न कार्यक्रम में, प्रमुख अतिथि नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान के पूर्व सदस्य सचिव तथा वरिष्ठ कथाकार सनत कुमार रेग्मी ने पानस में दीप प्रज्वलित करके बिधिवत रुप से कार्यक्रम उद्घाटन किया था ।
वह अधिवेशन कार्यक्रम में साहित्यिक क्षेत्र में योगदान पहुचाते आ रहे भेरी साहित्य समाज केन्द्रय समिति के संस्थापक केन्द्रीय सदस्य तथा दैनिक नेपालगञ्ज के सम्पादक झलक गैरे “विकल्प”, दाङ जिला के वरिष्ठ साहित्यकार तथा राप्ती साहित्य परिषद् के अध्यक्ष टीकाराम उदासी, भेरी साहित्य समाज बर्दिया जिला के सल्लाकार अयोध्या प्रसाद श्रीवास्तव, बाँके जिला के साहित्यकार इन्द्र बहादुर बस्नेत और भेरी साहित्य समाज सुर्खेत जिला के अध्यक्ष थानेश्वर लामिछाने को दोसल्ला ओढकर प्रमुख अतिथि, बिशिष्ट अतिथि और अतिथियों ने सम्मान किया था ।
भेरी साहित्य समाज केन्दीय समिति ने प्रकाशन की विभिन्न चार कृति उसी कार्यक्रम में विमोचन किया गया था । साहित्यकार तथा समालोचक इश्वरी प्रसाद रिजाल की लिखित बाँके शताब्दी साहित्य साहित्येतिहास ग्रन्थ, बोधराज प्याकुरेल की शङ्का लघुकथा सङ्ग्रह, वयोवृद्ध श्रष्टा भूपेन्द्र प्रकाश शर्मा की हर्कत कविता संङ्ग्रह प्रमुख अतिथि, बिशिष्ट अतिथि और अतिथियों ने विमोचन किया । भेरी साहित्य समाज केन्दीय समिति की साहित्यिक मुखपत्र दौँतरी की २७ वीं अङ्क प्रमुख अतिथि, बिशिवट अतिथि और अतिथियों ने लोकार्पण किया था ।
प्रमुख अतिथि सनत कुमार रेग्मी ने अपनी विचार रखते हुये कहा अव नेपालगञ्ज में नई प्रकार की एक बृहत साहित्य महोत्सव किया जाये, देश बिदेश के साहित्यकारों को बोलाकर महोत्सव करने के लिये सुझाव दिया था । इसी तरह वह कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि लुम्बिनी विश्वविद्यालय सेवा आयोग के सदस्य प्रा.डा. कृष्ण प्रासद घिमिरे, बाँके साहित्यिक संस्था की ओर से प्रा.डा.जनार्दन आचार्य, सम्मानित व्यक्तित्व की ओर से साहित्यकार झलक गैरे, भेरी साहित्य समाज केन्दीय समिति के सल्लाहकार तथा वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र जंग पिटर, प्राज्ञ सभा सदस्य महानन्द ढकाल, राप्ती साहित्य परिषद् के अध्यक्ष टीकाराम उदासी लगायत लोगों ने शुभकामना मन्तव्य किये थे ।
उसी अवसर पर भेरी साहित्य समाज केन्द्रीय समिति की आजीवन सदस्यता नारायण प्रसाद भट्टराई, गुरु प्रसाद खनाल, बीर बहादुर थापा, भूपेन्द्र सुवेदी, ई. मुकुन्द प्रसाद ढकाल को प्रमाण–पत्र प्रदान किया गया था ।
कार्यक्रम में भेरी साहित्य समाज केन्द्रीय समिति के महासचिव लेक प्रसाद प्याकुरेल ने सांगठिनक प्रतिवेदन, कोषाध्यक्ष फनीन्द्र आचार्यद्वारा तयार किया गया आर्थिक प्रतिवेदन को पुस्कर रिजाल ने प्रस्तुत किया था । इसी तरह वह कार्यक्रम में भेरी साहित्य समाज बाँके जिला के अध्यक्ष रामप्रसाद देवकोटा, बर्दिया जिला के सचिव प्रभात सुवेदी, सुर्खेत जिला के अध्यक्ष थानेश्वर लामिछाने, कैलाली जिला के अध्यक्ष डा. चक्र प्रसाद अधिकारी ने अपनी अपनी शाखा की सांगठिनक प्रतिवेदन प्रतिवेदन प्रस्तुत किया था ।
वह कार्यक्रम में केन्द्रय उपाध्यक्ष चरित्रा शाह ने स्वागत मन्तव्य व्यक्त की थी, सुन्दर गुरुङ्ग के संयोजन में करुण शाही ने नृत्य प्रस्तुत की थी ।
वह धिवेसन ने नई केन्द्रीय कार्यसमिति निर्वाचन की थी । प्रगतिशील साहित्यकार इन्द्र बहादुर बस्नेत के अध्यक्षता में नई केन्द्रीय कार्यसमिति निर्वाचित की है ।
वह अधिवेसन ने पश्चिम नेपाल की प्रतिनिधिमूलक रुप में रही साहित्यिक संस्था भेरी साहित्य समाज केन्द्रीय समिति की अधिवेशन ने इन्द्र बहादुर बस्नेत के अध्यक्षता में कार्यसमिति सर्वसम्मत रुप से निर्वाचित की है ।
इसी तरह केन्द्रीय समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष में इश्वरी प्रसाद रिजाल, उपाध्यक्ष में महेन्द्र चन्द, महा सचिव में गीता अर्याल, सचिव में प्रभात सुबेदी और कोषाध्यक्ष में सरोज चौधरी निर्वाचित हुये हैं । अइसे ही केन्द्रीय समिति की सदस्यों में सुन्दर गुरुङ, मीना बराल, चन्द्रावती अधिकारी, कोकीला कुमारी सिंह, भरत बहादुर रानाभाट, बालकृष्ण शर्मा रेग्मी, राजकुमार चौधरी, रामचन्द्र आचार्य, बोधराज प्याकुरेल, हेमन्तराज माण्डब्य, अवधी भाषी की ओर से पवन जायसवाल सहित की कार्यसमिति सदस्य निर्वाचित हुये है और निर्वाचन समिति के पदाधिकारियों को निर्वाचन समिति के संयोजक पूर्णलाल चूके ने शपथ ग्रहण कराया था ।
भेरी साहित्य समाज केन्द्रीय समिति में पश्चिम क्षेत्र के बाँके शाखा अन्र्तगत १ सौ ३५ लोग, बर्दिया शाखा से २२ लोग, सुर्खेत जिला से ४९ लोग, दैलेख जिला से १६ लोग, जाजरकोट जिला से ९ लोग, कैलाली जिला से १४ लोग करके २ सौ ४५ लोग आजीवन सदस्य रहें हैं । ६ जिला में सङ्गठन बिस्तार होकर नेपाली तथा नेपाल के अन्य भाषा साहित्य कला, संकृति एवं वाङ्मय की बिकास में सक्रिय रही है ।
भेरी साहित्य समाज के डा. नारायण गैरे के बाद में १४ वर्ष पहले भेरी साहित्य समाज की नेतृत्व अध्यक्ष हरि प्रसाद तिमिल्सिना ने निरन्तर चार कार्यकाल नेतृत्व सम्हाल्ते आ रहे थे माघ २७ गते शनिवार को नव निर्वाचित अध्यक्ष इन्द्र बहादुर बस्नेत को जिम्मेवारी हस्तान्तरण किया ।
निर्वाचन समिति के संयोजक में केन्द्रीय समिति के सल्लाकार पूर्णलाल चुके, सदस्य में महानन्द ढकाल और मणिदेव अर्याल रहे थे ।
वह कार्यक्रम में लुम्बिनी वाङ्मय प्रतिष्ठान के अध्यक्ष ऋषि आजाद, शिक्षाविद् किरण आचार्य, पुष्पा सुवेदी, सल्लाहकार अव्दुल लतीफ शौक, बिष्णुलाल कुम्हार, सर्वदा साहित्य संगम के अध्यक्ष खगेन्द्र गिरि कोपिला, ज्ञानोदय माध्यमिक बिद्यालय खजुरा के प्रधानाध्यापक ऋषिराम सापकोटा, नवराज भट्ट, महेन्द्र पुस्तकालय नेपालगञ्ज के अध्यक्ष बलराम यादव, लक्ष्मी बस्याल, सर्वदा साहित्य सङगम के अध्यक्ष खगेन्द्रगिरि कोपिला, साहित्यकार तथा अधिवक्ता भीम बहादुर शाही, इन्द्र बहादुर बस्नेत, पुष्पमणि प्रधान, प्रगतिशील लेखक संघ लुम्बिनी प्रदेशका अध्यक्ष तथा बि. विकास स्मृति साहित्य पुरस्कार गुठी अध्यक्ष पंकज कुमार श्रेष्ठ, गुल्जारे अदब के सचिव मो. मुस्तफा अहसन करैशी, लायन्स क्लब इन्टरनेशनल डिष्ट्रिक्ट ३२५के मधुसुद शर्मा, शोभना मिश्रा, जागेश्वर नेपाल, बिष्णु केसी, हरि सुवेदी, सुनगाभा पोखरेल, पुष्पा सुवेदी, कमला आचार्य, उषा सेवेदी, लक्ष्मी राना क्षेत्री, उषा रिजाल, सीता सुवेदी, कविराज रेग्मी, बाल कृष्ण शर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार गणेश बहादुर जिसी, अधिवक्ता तथा साहित्यकार भीम बहादुर शाही, बिक्रम शिशिर, आर के देवकोटा, भरत बहादुर रानाभाट, प्रकाश गिरी, उतानन्द उपाध्याय, अर्जुन ओली, पवन जायसवाल, राम चन्द्र आचार्य, मणि अर्याल, महेन्द्र बिसी, पूर्ण प्रसाद भण्डारी, महेन्द्र पुस्तकालय के सदस्य कृष्ण मुरारी प्रसाद भट्ट, खगेन्द्र प्रसाद भण्डारी, राम प्रसाद लामिछाने, खडग बहादुर बोहरा, बिष्णु प्रसाद मरासिनी, पुष्पमणि प्रधान, प्रियन्का बैश्य, शरण कर्माचार्य, यशोदा शाही, जानकी खत्री, महेन्द्र चन्द महासागर, पुष्पा साउद, हिमाल गैरै, श्रीभद्र सेवेदी, महेश अधिकारी, होम्रो पूर्णिमा साहित्य प्रतिष्ठान की उपाध्यक्ष सुमित्रा न्यौपाने, कल्पना पौडेल जिज्ञाशु, फूलमती खराल, युवराज शर्मा, यामलाल गौतम, शिव प्रसाद गौतम, खुम बहादुर खडका, हरिमाया कोइराला, फनीन्द्र आचार्य, स्पर्श अधिकारी, इन्द्र गौतम लगायत साहित्यकारों की सहभागिता रही थी ।