पुरानी पार्टियों का सम्मान करें नए दल – प्रधानमंत्री
काठमांडू, असार ७ – प्रधानमन्त्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड ने शिकायत करते हुए कहा है कि नए राजनीतिक दल पुराने राजनीतिक दलों का सम्मान करना नहीं जानती है ।
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बहुत संघर्ष और बलिदान के बाद नेपाल के राजनीतिक दलों के प्रयास से लोकतान्त्रिक गणतन्त्र के युग में नेपाल का प्रवेश करना संभव हो पाया है । इन बातों को भूलकर नए राजनीतिक दल पुराने दलों का अपमान करती आ रही है । जबकि उन्हें पुरानी पार्टियों का सम्मान करना चाहिए ।
शुक्रवार काठमांडू में नेपाल बुद्धिजीवी संगठन के छठे राष्ट्रीय सम्मेलन को सम्बोधन करते हुए उन्होंने यह बातें कही हैं । उन्होंने कहा कि पुराने राजनीतिक दल के ही कारण आज आप यहा पहुँचे हैं, इस बात की जानकारी राजनीतिक दलों को रखनी चाहिए ।
उन्होंने कहा कि “नेपाल में कुछ भी नहीं है, नेपाल में कुछ भी नहीं होने वाला है ,नेपाल के पार्टी नेताओं का भी कोई ठीक नहीं है । इसलिए नेपाल में रहने से बेहतर है बाहर यानी विदेश जाना । उन्होंने कहा कि इस तरह की बातों को मनोविज्ञान या मनोभावना से उत्प्रेरित करने की कोशिश की जा रही है । जबकि सच्चाई यह नहीं है ।
उन्होंने आगे कहा कि –सच्चाई इसके ठीक विपरित है । नेपाल में राजनीतिक दल और पार्टी के दशकों संघर्ष और बलिदान के बाद ही लोकतान्त्रिक गणतन्त्र के युग में नेपाल का प्रवेश हुआ है । इसमें पुरानी पार्टियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है ,लेकिन नए आने वाली पार्टियां इस बात को नहीं समझती है । पुरानी पार्टियों के त्याग, तपस्या और बलिदान के कारण ही आप यहाँ तक पहुँचे हैं । मैं नए पार्टी की आलोचना नहीं कर रहा हूँ । नए लोगों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वो स्वीकार करें कि पुरानी पार्टियों के लम्बे संघर्ष, यातना, भूमिगत इन सबके कारण ही, या यदि हम नहीं लड़ते तो क्या लोकतान्त्रिक गणतन्त्र और ये जो नए लोगों के आने का वातावरण बना है, सम्भव था क्या ? बिल्कुल नहीं थी ।