प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित और नियंत्रित करने वाला कानून अस्वीकार्य है
नेपाली पत्रकार महासंघ ने सोशल मीडिया के संचालन, उपयोग और विनियमन पर सरकार द्वारा संघीय संसद में पंजीकृत विधेयक के कुछ प्रावधानों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
महासंघ ने बुधवार को एक बयान जारी कर सरकार के उस कदम पर गंभीर असहमति और आपत्ति व्यक्त की, जिसमें कुछ प्रावधानों को शामिल करके विधेयक को आगे बढ़ाया गया है, जो हितधारकों के साथ सामान्य परामर्श और चर्चा के बिना लाया गया है । महासंघ का मानना है कि इस विधेयक से प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर आघात पहुँचेगा ।
नागरिकों ने सरकार को चेतावनी दी है । सरकार द्वारा संसद में पेश किए गए विधेयक को लेकर शुरुआती चरण में ही गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। जागरूक नागरिक समझते हैं कि यदि विधेयक में परिवर्तन नहीं किया गया तो यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर एवं नागरिकों के संवैधानिक अभिव्यक्ति के अधिकार को प्रतिबंधित करेगा।”

इसलिए, महासंघ ने नेपाल सरकार और संघीय संसद से आग्रह किया है कि वे प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में बाधा डालने वाले प्रावधानों को सही करने के बाद ही विधेयक को आगे बढ़ाएं । महासंघ नेपाल सरकार और संघीय संसद से आग्रह किया है कि वे सार्वभौमिक मानवाधिकार, प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मूल्यों के अनुरूप, प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बाधित करने वाले प्रावधानों को ठीक करने के बाद ही विधेयक को आगे बढ़ाएं।
महासंघ का कहना है कि कोई भी कानून जो प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित और नियंत्रित करता है, अस्वीकार्य है।