फूड टेक्नोलाँजी में सुनहरा भविष्य
वर्षो पर्ूव के पारंपरिक ज्ञान के क्षेत्र में कहा जाता था कि भोजन को औषधि और औषधि का भोजन होना चाहिए। वैसे सब तरह का खाना अपने आप में पौष्टिकता, खुशबू और स्वाद समेटे होता है, लेकिन अब खाने में दूसरी फिजियोलाँजिकल उपयोगिता, जैसे एंटीआँक्सीडेंट्स, प्रतिरोधक क्षमता को बढाने वाले, पाचन-तंत्र को सुधारने वाले और कैंसर को रोकने वाले तत्वों पर भी ध्यान दिया जाने लगा है। लीड्स विश्वविद्यालय के फंक्शनल फूड्स के प्रोफेसर गैरी विलियमसन ने २० तरह के फंक्शनल फूड की सूची बनाई है और इन्हें अपने रोजमर्रर्ााे जीवन में शामिल करने की सलाह दी है, जो आपको लंबा और सक्रिय जीवन जीने में मदद करे, लेकिन वर्तमान में भोजन की बदलती हर्ुइ आदतों के कारण डिब्बाबंद प्रसंस्कृत भोजन एवं पेय पदाथरें का प्रचलन दिन-प्रतिदिन बढता जा रहा है। बढते फास्ट फूड व पैकेट बंद फूड के चलन ने युवाओं के लिए कैरियर की नई खिडकी खोल दी है। इससे संबंधित कोर्स प्रायः सभी संस्थानों में उपलब्ध हैं। अगर आपकी रुचि इस क्षेत्र में है तो यह एक बेहतर कैरियर आँप्शन हो सकता है।
कोर्स के अनुरूप योग्यता
यदि आप फूड टेक्नोलाँजी से रिलेटेड कोई कोर्स करना चाहते हैं तो राष्ट्रीय स्तर पर आँल इंडिया ज्वाइंट इंट्रेंस एग्जामिनेशन तथा प्रदेश स्तर पर स्टेट लेवैल ज्वाइंट इंट्रेंस एग्जामिनेशन को उत्तर्ीण्ा ही नहीं करना होगा बल्कि अच्छे अंक लाने के साथ मेरिट में आना होगा। आप सेंट्रल फूड टेक्नोलाँजी रिर्सच इंस्टीट्यूट प्रवेश परीक्षा ९सीएफटीआरआई०, गेट प्रवेश परीक्षा, इंडियन इंस्टीट्यूट क्राँप प्रोसेसिंग टेक्नोलाँजी इंट्रेंस एग्जामिनेशन ९आइआइसीपीटीआइ० के माध्यम से भी फूड टेक्नोलाँजी से रिलेटेड कोर्र्सो में प्रवेश ले सकते हैं। सभी कोर्र्सो में प्रवेश के लिए अलग-अलग योग्यता निधर्ाीरत की गयी है। फूड टेक्नोलाँजिस्ट को साइंटिफिक सोच वाला होना जरूरी है। उसे टेक्नोलाँजी डेवलैपमेंट, हेल्थ व न्यूट्रीशियन में रुचि होनी चाहिए। इसके साथ ही जिम्मेदारी व टीम के साथ काम करना बेहद आवश्यक है। इसमें स्नातक ड्रि्री में प्रवेश के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलाँजी या मैथेमेटिक्स विषयों के साथ १०±२ अच्छे अंकों से उत्तर्ीण्ा होनाजरूरी है। पीजी डिप्लोमा कोर्स करने के लिए फूड टेक्नोलाँजी से संबंधित विषयों में स्नातक ड्रि्री आवश्यक है।
प्रमुख कोर्सेस
B.sc in Food Science
B.Tech in Food Engineering
M. Tech in Food Engineering
M.sc in Food Science
M.sc in Food Technology
Diploma in Food Science Technology
Certificate Course in Food Science Preservation
Ph.D in Food Technology
किस तरह की पर्ढाई
फूड टेक्नोलाँजी तथा इससे संबंधित कोर्सेज के अर्ंतर्गत खाद्य पदार्थों का उचित रखरखाव से लेकर पैकेजिंग, प|mीजिंग आदि की तकनीकी जानकारियां शामिल होती हैं। इसके अर्ंतर्गत पोषक तत्वों का अध्ययन, फल, मांस, वनस्पति व मछली प्रसंस्करण आदि से संबंधित जानकारियां भी दी जाती हैं।
महत्वपर्ण्ा कार्य
फूड प्रोसेसिंग सेक्टर के तहत वे सभी कार्य शामिल हैं, जिनसे खाने वाली चीजों की गुणवत्ता, स्वाद और रंग-रूप में वेल्यू ऐड हो सके, जैसे-मक्खन, अचार, साँफ्ट डि्रंक, जेम व जेली, प|mूट जूस, बिस्कुट, आइसक्रीम आदि। इसके अलावा वह कच्चे माल तथा बने हुए माल की गुणवत्ता, स्टोरेज तथा हाइजिन आदि की निगरानी भी करता है।कच्चे माल से लेकर प्रोडक्ट तैयार होने तक कंपनी को उसकी हर स्तर पर जरूरत होती है। ग्लोबल स्तर पर कंपनी फ्यूचर फूड टेक्नोलाँजिस्ट पर ही निर्भर रहती है।
यहां मिलेगी नौकरी
कोर्स पूरा कर लेने के बाद फूड इंडस्ट्री, होटलों, अस्पतालों, पैकेजिंग इंडस्ट्री, साँफ्ट डि्रंक फैक्टरी, राइस मिल आदि में नौकरी प्राप्त की जा सकती है। आप फूड टेक्नोलाँजी कोर्स करके स्वरोजगार भी कर सकते हैं। तकनीकी संस्थाओं में शिक्षक या प्रशिक्षक के पद पर भी कार्य कर सकते हैं। इस क्षेत्र में शुरुआती स्तर पर आप ड से ज्ञद्द हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से कमा सकते हैं। अनुभव के बाद घण् से छण् हजार रुपये प्रतिमाह या इससे भी अधिक कमा सकते हैं।
काफी हैं संभावनाएं
फूड टेक्नोलाँजी क्षेत्र मंदी से अछूता है। फास्ट फूड व पैकेट बंद फूड तेजी से लोगों की पसंद बनते जा रहे हैं। इसके साथ ही लोग इनकी गुणवत्ता के प्रति जागरूक हो रहे हैं। इस कारण फूड टेक्नोलाँजिस्ट की डिमांड में कोई कमी नहीं है। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की लगभग द्धण् करोड आबादी संशोधित व पैक किया हुआ फूड इस्तेमाल करती है, जिसमें भविष्य में और भी लोगों के जुडने की संभावना है। वैसे भी भारत फल और सब्जियां पैदा करने वाला विश्व का दूसरा सबसे बडा देश है। आज डिब्बा बंद खाद्य पदाथरें जैसे- दूध, दही, मक्खन, साँफ्ट डि्रंक, जेम व जेली, प|mूट जूस, बिस्कुट, आईसक्रीम आदि लोगों द्वारा पसंद किए जाते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, वर्तमान में डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों का कारोबार घछ से द्धण् अरब रुपये वाषिर्क है। यही कारण है कि यह क्षेत्र मल्टीनेशनल कंपनियों को अपनी ओर आकषिर्त कर रहा है। इसी आकर्षा के कारण कई मल्टीनेशनल कंपनियां जैसे मैक्डोनाल्ड, पेप्सी, कोका कोला व हिन्दुस्तान लीवर अपने पैर भारत में पसारती जा रही हैं।
फ्यूचर ब्राइट
फूड टेक्नोलाँजी और इससे संबंधित कोर्स स्टूडेंट के वरीयता क्रम में शामिल है। इसकी एक खास वजह है कि भारतीय स्टूडेंट बौद्धिक, लगनशील और मेहनती होते हैं। इस कारण इनकी विदेशों में खूब डिमांड है। देश में इस फील्ड के स्नातकों के कैरियर का मुख्य एरिया खाद्य प्रसंस्करण एवं संरक्षण है। इंडस्ट्री बेस्ड कोर्स होने के कारण नौकरी की कमी नहीं है।
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