Thu. Apr 18th, 2024

कैलाश दास,जनकपुर ,३ जून



दलितों में सबसे निम्न माने जाने वाली जाति डोम की महिलाओं में अभी मिथिला पेंठिंग की तरफ आकर्षण बढ़ा है । हमेशा घर में बैठकर बाँस की चीजें बनाने वाली इन महिलाओं ने आय अर्जन के लिए आकर्षित होकर इस माध्यम को चुना है ।

mithila painting

३५ वर्षीय इन्द्र कला मलिक इनमें से एक हैं । इन्होनें मैथिली स्ांस्कृति को आगे लाने व अधिक आय अर्जन के लिए यह तालीम ली है ।

जनकपुर में आज से संचालित १५ दिन की इस पेंटिंगकार्यशाला में मल्लिक जैसी अन्य महिलाएं भी हैं । जिले के बसहिया, किशोरी नगर, देवी चौक आदि गाँव की महिलाओं ने प्रत्यक्ष रुप से भागिदारी की है । यह सूचना “आफन्त नेपाल” के शिक्षा संयोजक विष्णु यादव ने बताया है । यह तालीम निर्मला मmा व राजकुमार सिंह के सहयोग से हो रहा है ।

लखौरि २ निवासी ललिता दास का कहना है कि दिन भर समय व्यतीत करने से अच्छा है यह काम जिससे आय भी अर्जन होती है । इस तालीम का उद्घाटन जनकपुर उपमहानगरपालिका के अन्तर्गत समाजिक शाखा की प्रतिनिधि सुनीता यादव ने किया था ।



About Author

यह भी पढें   प्रधानमंत्री प्रचंड और एकीकृत समाजवादी नेता खनाल के बीच बैठक
आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.
Loading...
%d bloggers like this: