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जनकपुर, १७ फरवरी, कैलाश दास | गृह तथा उपप्रधानमन्त्री विमलेन्द्र निधि ने कहा है कि  नेपाल—भारत का सम्बन्ध ‘युनिक’ है । जनकपुर में बृहस्पतिवार आयोजित ‘नेपाल—भारत सम्बन्ध क्रस बोर्डर सम्वाद’ कार्यक्रम में मन्त्री निधि ने कहा कि दोनों  देश का सम्बन्ध बेटी रोटी का सिर्फ नहीं है बल्कि  धार्मिक साँस्कृतिक, राजनीतिक तथा सुरक्षा का है । मन्त्री निधि ने कहा कि  भारत की आजादी में नेपाल की जनता ने  सहयोग किया था । इसी तरह  नेपाल में राजतन्त्र, राणा शासन तथा लोकतन्त्र गणतन्त्र स्थापना में भारतीय जनता ने सहयोग किया । राजनीतिक प्रणाली निर्माण तथा स्वभामिमान में भारत ने  पूर्ण सहयोग किया है । भारत ने हमेशा शिक्षा, राजनीतिक, आर्थिक सम्पन्नता में भी  सहयोग किया है ।  नेपाल भारत का सम्बन्ध बहुआयामी है । उन्होंने माना कि   ‘संघीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्र संविधान में कुछ   त्रुटियाँ हैं जिसके संशोधन की राह में राज्य आगे बढ चुका है ।
कुछ जनता आन्दाृेलित है किन्तु राजनीतिक समस्या राजनीतिक ढंग से ही सुलझाया जा सकता है । मन्त्री निधि ने कहा कि  सम्बन्ध को और अधिक प्रगाढ बनाने के लिए  नेपाल भारत में पडने वाला  १५ दिने परिक्रमा सडक, जनकपुर आयोध्या ’सिस्टरशीप’ निर्माण के लिए आगे आना होगा ।  जागृति नेपाल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय राजदूत रंजित राय ने कहा कि  नेपाल भारत के सम्बन्ध को खुली सीमा ही परिभाषित करती है । राजदूत राय ने कहा कि  नेपाल—भारत के सम्बन्ध को प्रगाढ बनाने के लिए  भारत सरकार ने  रेलमार्ग निर्माण, सडक लगायत का काम शुरु किया है और पर्यटक के लिए यातायात प्रवेश की बात सरकार से हो रही है । उन्होंने खुली सीमा का दुरुपयोग न करने का आग्रह किया ।  भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ंसंजय पासवान ने कहा कि  नेपाल भारत का सम्बन्ध मौसेर भाई बहन की तरह है । उन्होंने कहा कि व्यवधान हटाने के लिए संविधान संशोधन ही एकमात्र विकल्प है । इसी तरह  तराई मधेश लोकतान्त्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महन्थ ठाकुर ने कहा कि  नेपाल भारत कोासम्बन्धमा हजारौं वर्ष पुराना है ।  सिर्फ दो सौ वर्ष पहले सीमाएँ निर्धारित की गई हैं । अध्यक्ष ठाकुर ने कहा कि  तराई ÷मधेश नेपाल का लाइफ लाइन होने पर भी शासक वर्ग ने हमेशा मधेश के साथ विभेद किया है । उन्होंने कहा कि  जब तक चेहरे को देखकर राजनीति की जाएगी तब तक यह आन्दोलन जारी रहेगा ।  जागृति नेपाल के अध्यक्ष विजयकान्त की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम मे नेपाली काँग्रेस के नेता तथा साँसद अमरेश कुमार सिंह, भारतीय पूर्व राजदूत शिवशंकर मुखर्जी आदि व्यक्ति ने अपनी धारणा व्यक्त की । कार्यक्रम में डा. प्रफुल कुमार सिंह मौन के ऊपर लिखी हुई पुस्तक  ‘व्यक्ति व्यक्ततव्य’ नामक पुस्तक का  गृहमन्त्री निधि, राजदूत रंजित राय आदि ने संयुक्त रुप में विमोचन किया । उक्त पुस्तक के सम्पादक वरिष्ठ पत्रकार रामभरोष कापडि हैं ।

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