मधेशी जनता की ख्वाहिश है कि मधेश में दो ही पार्टियां हो : महाजन यादव
महाजन यादव, जनकपुर, ५ मई | संघीय समाजवादी फोरम नेपाल मधेशी, जनजाति, दलित, मुसलिम, अल्पसंख्यक के साथ–साथ हिमाल, पहाड़ के आदिवासी जनजाति, दलित, अल्पसंख्यक लगायत के समुदायों की मांगों को संबोधन या संविधानतः हक, अधिकार स्थापनार्थ दशकों से संघर्षरत व आंदोलनरत है । पार्टी की मान्यता है कि जब तक शोषण, उत्पीड़न व वंचन में पड़े जाति, समुदाय व क्षेत्रों की मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक चुनावी प्रक्रिया में भाग नहीं लेगी । लेकिन जहां तक सवाल है, प्रथम चरण में शामिल होने का तो मैं कहना चाहूंगा कि प्रथम चरण का चुनाव पहाड़ी इलाकों से संबंधित है, मधेश से संबंधित नहीं है । दूसरी बात यह है कि संघीय समाजवादी फोरम नेपाल पूर्व में मेची से लेकर पश्चिम में कंचनपुर तक तथा हिमाल, पहाड एवं तराई–मधेश में संगठित पार्टी है । देश भर में इस पार्टी के नेता, कार्यकर्ता हैं । तीसरी बात शोषण, उत्पीड़न व वंचन में पड़े समुदायों की मांगों को पूरी करने के लिए सरकार ने भी प्रतिबद्धता व्यक्त की है । इसलिए प्रथम चरण के चुनाव में शामिल होने की आवश्यकता महसूस हुई । संघीय समाजवादी फोरम नेपाल के साथ–साथ नयी शक्ति पार्टी भी चुनाव में शामिल हुई है ।
अब रही बात राजपा नेपाल से एकीकरण करने का तो, मेरे ख्याल से राजपा नेपाल से कोई शिकायत नहीं है, कोई नाराजगी भी नहीं है । मधेश की सारी जनता की आकांक्षाएं थीं कि मधेश में कम पार्टी हो, ज्यादा पार्टियां नहीं हो । जिस परिस्थिति में छह दलों के बीच एकीकरण हुआ, संघीय समाजवादी फोरम नेपाल ने स्वागत किया । और दूसरे चरण के चुनाव में राजपा नेपाल के साथ सहकार करने के लिए तैयार भी है । दोनों पार्टियां चाहती हैं कि एक साथ मिलकर आगे बढ़े । जनता की ख्वाहिश भी है कि मधेश में कम से कम दो ही पार्टियां हो । लेकिन एकीकरण होने में कुछ वक्त लगेगा । इसलिए की एकीकरण होने के लिए सभी की राय, सलाह, के साथ–सथा ठोस रुप से तैयारियां भी करनी पड़ती हैं ।
अंत में, मैं कहना चाहूंगा कि सियासी पार्टियां एवं प्रतिपक्षी पार्टी ने भी मधेश के मुद्दों को संबोधन करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है । मधेशी जनता चुनाव में शामिल होने के लिए इच्छुक हैं, वशर्ते कि दूसरे चरण के चुनाव से पूर्व उनकी मांगें पूरी हो । दूसरे चरण के चुनाव से पूर्व यदि मांगें पूरी नहीं हो जाती है, तो हम चुनाव में शामिल नहीं होंगे । यहां तक कि मधेश में चुनाव होने भी नहीं देंगे ।
(महाजन यादव, संघीय समाजवादी फोरम नेपाल के केन्द्रीय सदस्य हैं ।)
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