मधेशी जनता के साथ प्रचण्ड सरकार ने भी खेलबाड किया : नेतृ गिरी
हिमालिनी डेस्क
काठमांडू, १० जून ।
स्थानीय तह के निर्वाचन इकाइयों की संख्या सरकार ने निर्वाचन आचार संहिता लागू होने के पहले बढाया । दूसरी बार आचार संहिता लागू होने के बाद स्थानीय तह की संख्या पुनः बढाने की प्रकिैया आगे बढाई जब कि यह सभी को मालूम रहा होगा कि आचार संहिता लागू होने बाद संख्या वृद्धि सम्भव नही है ।
यह सब मधेश की जनता को भ्रमित करने के लिए किया गया था । अब मधेश की जनता को भ्रमित करने के लिए संविधान संशोधन का सपना बाँटा जा रहा है । इसके पीछे का सच भी छिपा हुआ है । मधेश की जनता को भावना की धरातल से उठकर यथार्थ को स्वीकार कर आगे बढना होगा । यथार्थ को अपने अनुकूल बनाने का रास्ता जैसी भी परिस्थिति में निरन्तर संघर्या का ही रास्ता है ।