मधेश में उदासी है, सीके लाल ने नेताओं को चेहरा आईने में देखने की सलाह दी
काठमांडू | तराई मधेश पर अपनी पकड़ रखने वाले राजनीतिक विश्लेषक सी के लाल ने कहा है कि मधेशी नेताओं के कारण मधेश की जनता में व्यापक निराशा देखी जा रही है | जनता बहुत निराश हो चुकी है | उन्होंने मधेश के सभी केन्द्रीय दलों के नेताओं को अपना चेहरा ऐना में देखने की सल्लाह दी |
शनिवार को राजधानी में आयोजित एक समारोह में श्री लाल ने बताया कि मधेश आन्दोलन सफल नही हो पाया है | उन्होंने कहा कि लोगों की उम्मीद थी प्रथम मधेश आन्दोलन से नया चेहरा और नया नेतृत्व उभरेगा लेकिन एसा नही हुआ , दूसरा मधेश आन्दोलन में भी नही हो सका |
तीसरा आन्दोलन में बहुत ज्यादा दाबा किया गया लेकिन वह भी मधेश में घुलत गया | इससे सत्ता पक्ष को एक जगह एकत्रित होने का अवसर मिला | उनका मानना था कि मुख्य पार्टी कांग्रेश, एमाले और माओवादी एक महो गयें और मधेश आन्दोलन को दबा दिया | यही कारण है की मधेश में उदासी है |
उन्होंने व्यंग करते हुये कहा की ह्रिदेश जी तो दाढ़ी पालते हैं लेकिन बहुत तो सेभ करते हैं अगर अपनी चेहरा एना में देखिएगा तो पता चल जायेगा कि मधेश क्यं ऊदास है | उनका विसलेष्ण था कोई भी व्यक्ति ४० वर्ष तक क्रान्ति कर सकता है और उसके वाद समझौतावादी बन जाता है |
उन्होंने कहा कि मधेश के नेताओं द्वारा अभीतक समानुपातिक समावेशी सहित गजेन्द्र नरायण सिंह द्वारा उठाये गये मुद्दा को लेकर ही आगे बढ़ा गया है | उनका मानना था कि जनता तो अपनी रास्ता खुद खोज लेगी | पहले भी खोजी थी भविष्य में भी खोजेगी |