जनता आगे आये, इन लोगो की कुर्बानिया व्यर्थ नही जानी चाहिए : शिल्पा जैन सुराणा
डॉ शिल्पा जैन सुराणा, वरंगल,तेलंगाना | अनुराग तिवारी, २००७ बैच का एक कर्मठ आईएएस ऑफिसर, जो जहाँ भी गया अपनी एक छाप छोड़ के गया जनता के दिलो में। निर्भीक निडर और मिलनसार, जनता की समस्याओं को अपनी समझ कर उनका त्वरित निवारण उनकी प्राथमिकता थी, अपने जन्मदिन के दिन वे सड़क किनारे संदिग्ध अवस्था में मृत पाये गए, उनके शरीर पर चोट के निशान पाये गए, उनकी ईमानदारी और निर्भीकता कई लोगो की आँखों की किरकिरी बन रही थी।
ये पहला मौका नही है, जब इस देश में ईमानदार ऑफिसर्स को अपनी ईमानदारी का ये सबब मिला है। आईएएस डी के रविकुमार के सुसाइड का मामला काफी चर्चित रहा, कोई भी ये मानने को तैयार नही था कि उन्होंने खुदखुशी की थी, कर्नाटक के कोलार जिले में तैनात रवि ने लैंड माफिया की नींद हराम कर रखी थी, लोग उनसे इतने प्रभावित थे कि जब भी उनका तबादला हुआ आम लोगो ने उसका पुरज़ोर विरोध किया, ये उनकी लोकप्रियता बताने के लिए काफी है।
एस मंजुनाथ एक होनहार छात्र के रूप में हमेशा लोकप्रिय रहे, उन्होंने बहुराष्ट्रीय कंपनियों का लाखो का पैकेज छोड़ देश के लिए कुछ करने का निर्णय लिया। पेट्रोल माफिया ने गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। सत्येंद्र दुबे जिन्होंने नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट में चल रहे बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया, उनकी भी गोली मार कर हत्या कर दी गयी। वर्ष 2011 में आयल माफिया के द्वारा यशवंत सोनावणे जो की मालेगांव में डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर थे, को ज़िंदा जला दिया, क्योंकि वो उनकी राह का सबसे बड़ा रोड़ा थे।
आईपीएस नरेंद्र कुमार और न जाने कितने लोग है, जिन्होंने अपनी जान गवाँई, जो जानते थे कि जिस राह पर वो चल रहे है, वहाँ चल कर उन्हें अपनी जान की भी क़ुरबानी देनी पड़ सकती है। फिर भी वो डटे रहे, अपने देश के लिए, अपने फ़र्ज़ के लिए।
कब तक ऐसा चलता रहेगा, कब तक हमारे ईमानदार अफसर इसकी कीमत चुकाते रहेंगे, हम कब तक चुप रहेंगे, ये कोई अखबार में आने वाली खबर नही है, अब आम जनता को जवाब माँगना पड़ेगा। क्या भविष्य होगा हमारे देश का जब सच बोलने से लोग कतराएंगे, जब हमारे बच्चे ये सवाल करेंगे कि इस देश में ईमानदार रहने का नतीजा क्या है? अब आम जनता आगे आये, इन लोगो की कुर्बानिया व्यर्थ नही जानी चाहिए। मीडिया को चाहिए कि इस खबर को मात्र एक खबर नही बल्कि एक मुद्दे के रूप में ले, ये हमारे देश के भविष्य का सवाल है।
डॉ शिल्पा जैन सुराणा
PhD M.Phil,MBA
वरंगल
तेलंगाना