लाहान सरकारी अस्पताल का काला सच, डा. कुशवाहा कर रहे हैं गैरकानुनी धन्दा
मनोज बनैता, लाहान, ७ अगस्त ।
रा. उ. स्मारक अस्पताल लाहान का हालात दिन ब दिन खराब होता जा रहा है । जिसका जिम्मेदार है वो शख्स जो खाता तो है सरकारी अस्पताल का लेकिन काम करता है सिर्फ अपने लिए । जी हाँ वो है रा.उ. स्मारक अस्पताल का ईन्चार्ज सुनिल कुशवाहा जो अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए लाहान का एक मात्र सरकारी अस्पताल को बर्बाद करने पर तुला है ।
अस्पताल के एक कर्मचारी भाग्यनारायण यादव के अनुसार डा.कुशवाहा अपने स्वार्थशिद्धी के लिए ना सिर्फ अपना जमीर बेचा है उन्होने स्वास्थ क्षेत्र को भी कलंकित किया है । यादव के अनुसार डा.कुश्वाहा ओजिटी के लिए आए स्टाफ नर्स को अपने निजी श्रेया पोलीक्लिनिक मे ले जाकर काम करवाते है । कर्मचारी यादवके अनुसार हाल ही मे डा. कुश्वाहा ने लाहान १ के २२ वर्षिया गर्भवती महिला मीरा देवी साह का डिलेभरी केश के लिए रात ११ बजे ओजेटी प्रशिक्षण मे आए हुवे दो विधार्थी रंजना राउत और मनिता चौधरी को अपने श्रेया पोलीक्लिनिक मे ले गए और फिर उन विधार्थीयोंको करिब १ बजे अस्पताल लाकर छोडा गया ।
जिस वक्त उन छात्रों को छोडा गया उस वक्त ईमरजेन्सी वार्ड मे अ.हे.व दिलिप कुमार चौधरी और का.स. श्याम थे । उनके निजी श्रेया पोली क्लिनिक मालामाल और अस्पताल का हाल वेहाल होता जा रहा है । कर्मचारी भाग्य नारायण यादव के अनुसार जब उन्होने अस्पतालके अन्दर के बातको सार्वजनिक करना चाहा तब उसी वक्त उन्हे अस्पताल से बाहर निकाल दिया गया । ऐसी बातों पर सम्बन्धित निकाय एवं सरोकारवाला सबका ध्यान जाना अति आवश्यक है वरना सरकारी अस्पताल चंद ठेकेदारों का अडा बनने से कोई नहीं रोक सकता है ।