चीन डाेकलाम में गश्त बढाएगा, अातंकवाद के मसले पर पाकिस्तान की सराहना
१ सितम्बर
डोकलाम मामले में कूटनीतिक विफलता से बौखलाया चीन अब पाकिस्तान के आतंकी चेहरे पर नकाब डालने में जुट गया है। उसने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान से पैदा होना वाला आतंकवाद भारत और चीन के बीच विवाद का एक मुद्दा है।
लेकिन, अगले हफ्ते होने वाले ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों के सम्मेलन में आतंकवाद पर पाकिस्तान को लेकर भारत की चिंताओं पर चर्चा नहीं होगी। चीन ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान की सराहना भी की।
एक पत्रकार वार्ता में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चिनयिंग ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ किए जा रहे प्रयासों में इस्लामाबाद अग्रिम मोर्चे पर है और उसने इस कार्य में कई कुर्बानियां भी दी हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान के योगदान और कुर्बानियों को स्वीकार करना चाहिए।
चिनयिंग ने कहा, ‘हमने देखा है कि जब भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान की चर्चा होती है तो इस मसले पर भारत की अपनी कुछ चिंताएं हैं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि ब्रिक्स सम्मेलन में चर्चा के लिए यह एक उचित विषय है।’
मालूम हो कि ब्रिक्स देशों का तीन दिवसीय सम्मेलन रविवार से चीन के शहर शियामेन में होना है। चीनी प्रवक्ता ने कहा कि उनका देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग बढ़ाने के लिए पाकिस्तान और अन्य देशों के साथ मिलकर कार्य करने का इच्छुक है।
चीन ने गुरुवार को संकेत दिए कि ब्रिक्स सम्मेलन से इतर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात हो सकती है। चिनयिंग ने कहा, ‘बहुपक्षीय बैठकों के दौरान द्विपक्षीय बैठकों की व्यवस्था एक चलन है। अगर समय ने अनुमति दी तो चीन इसका समुचित प्रबंध करेगा।’
डोकलाम में गश्त मजबूत करेगा
चीन के सैन्य प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि चीनी सेना डोकलाम क्षेत्र में सीमा पर गश्त और सुरक्षा को मजबूत बनाएगी। उन्होंने कहा कि डोकलाम घटनाक्रम के बाद चीनी सेना स्थिति पर करीब से निगाह रख रही है और सीमा पर नियंत्रण बहाल करने के लिए कई आपात उपाय किए गए हैं।