एक हिन्दी दैनिक की आवश्यकता- सुनिल कुमार खेतान

सुनिल कुमार खेतान
वीरगंज का समग्र विकास के सन्दर्भ में हम लोगों ने कई बातें कही है । भौतिक, सामाजिक, आर्थिक, औद्योेगिक, शैक्षिक आदि विकास के सन्दर्भ में हम लोगों ने बहस किया हैं । उसको मैं दुहराना नहीं चाहता । लेकिन यहां मैं एक बात पर जोर देना चाहता हूं– जिस तरह कान्तिपुर पब्लिकेशन के कई प्रकाशन हैं, उसी तरह हिमालिनी की ओर से भी एक हिन्दी दैनिक पत्रिका होना जरुरी है । खास कर दो नम्बर प्रदेश को लक्षित कर वह दैनिक प्रकाशित होना चाहिए । वह दैनिक वीरगंज से शुरु हो, यह हम चाहते है । हम लोग जानते हैं कि यहां भोजपुर, मैथिली, अवधी, नेपाल तथा थारु जैसे विविध भाषा–भाषी के लोग रहते हैं, लेकिन उन सभी भाषाभाषियों के लिए संपर्क भाषा तो हिन्दी ही है । इसके लिए हमारी ओर से हम लोग सहयोग करने के लिए तैयार हैं ।
