कानून के क्रियान्वयन और लोकतन्त्र के अभ्यास में सरकार कोइ कसर नहीं छोडेगेंः प्रम ओली
हिमालिनी डेस्क
काठमांडू, १८ अगस्त ।
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने कहा कि कानून के क्रियान्वयन और लोकतंत्र के अभ्यास में सरकार की ओर से कोई कमी नहीं होगी ।
नेपाल कानून समाज द्वारा ललितपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ओली ने ये बात कही । आगे उन्होंने कहा कि संविधान और कानून संशोधन सिर्फ सदन और सरकार का ही विषय नहीं है, इसलिए समाज की आवश्यकता और जनता के हित को ध्यान में रखकर जÞरूरत के मुताबिक कानून का संशोधन किया जाएगा ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कल से लागू होने जा रही मुलुकी देवानी और फौजदारी संहिता से समाज को सभ्य और शांत बनाने के साथ साथ सही आचरण और राष्ट्रीय भावना की बढ़ोतरी में मदद मिलेगी ।
मौके पर कार्यवाहक प्रधानन्यायाधीश ओमप्रकाश मिश्र ने कहा कि कल का दिन कानूनी इतिहास का सुखद क्षण होगा । आगे उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण और अभिमुखीकरण जैसे कार्यक्रम के जÞरिए संहिता के विषय में आम जनता को सुसूचित किया जाना जÞरूरी है ।
इसीतरह मंत्रिपरिषद के पूर्व अध्यक्ष खिलराज रेग्मी, पूर्व प्रधानन्यायाधीश कल्याण श्रेष्ठ लगायत ने देवानी और फौजदारी संहिता के विषय में अपने अपने विचार रखे थे ।