देउवा विरुद्ध महागठबन्धन !
विराटनगर, २१ अगस्त । नेपाली कांग्रेस भीतर पार्टी सभापति शेरबहादुर देउवा के विरुद्ध महागठबन्धन अभियान शुरु होने जा रहा है । आइतबार विराटनगर स्थित कोइराला निवास से ही इस तथ्य का खुलासा हो गया है । यह समाचार आज प्रकाशित नयां पत्रिका दैनिक में है । कोइराला निवास में पार्टी महामन्त्री सशांक कोइराला ने कहा कि कोइराला परिवार में कोई समझदारी नहीं है, ऐसा नहीं है । यह तो निर्थक और निराधार हला है । उनका मानना है कि नेतृत्व के विषय में कोइराला परिवार के प्रमुख तीन सदस्य सशांक, शेखर कोइराला और सुजाता कोइराला के बीच समझदारी बन चुकी है ।
महामन्त्री संशाक ने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व के लिए तीन में से एक आगे आनेवाले हैं । इसके लिए कुछ महिनों से सशांक, शेखर और सुजाता निरन्तर विचार–विमर्श में हैं । १४वें महाधिवेशन को लक्षित कर उन लोगों के बीच भेटवार्ता हो रही है । समाचार स्रोत का मानना है कि गठबन्धन इस तरह आगे बढ़ रहा है कि जहां देउवा को अकेले ही बनाने की प्रयास हो रहा है, जिसको महागठबंधन नाम दिया जा रहा है ।
स्मरणीय है, कांग्रेस की विभिन्न भातृ संगठनों में भी पार्टी सभापति देउवा कमजोर दिखाई दे रहे हैं । शिक्ष संघ, ट्रेड युनियन, कानुन व्यवसायी आदि पार्टी सम्बद्ध भातृ संस्थाओं में देउवा समूह पराजित हो चुके हैं । ऐसी अवस्था में कहा जाता है कि कोइराला परिवार प्रकाशमान सिंह, कृष्णप्रसाद सिटौला, केपी गुरुङ ओर विजयकुमार गच्छदार समूह को भी अपने समूह की ओर आकर्षित करने की प्रयास में हैं । अगर ऐसा हो जाएगा तो सबसे अधिक मार रामचन्द्र पौडेल को पड़नेवाला है । क्योंकि पौडेल वह नेता है, जो कोइराला परिवार के साथ–सहयोग से ही पार्टी नेतृत्व में पहँचना चाह रहे हैं ।